भगवानपुर । तापमान में लगातार हो रही गिरावट से ठिठुरन बढ़ गई है। सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। हालांकि बढ़ती ठंड से किसानों के चेहरे पर खुशी है। किसानों का कहना है कि ठंड बढ़ने से सरसों विशेषकर गेहूं की फसल के लिए बहुत फायदा है। वहीं रविवार को ठंड से लोग कांपे। घरों या अलाव के सामने डेरा जमाए रखें। दिसंबर के मध्यांतर में सर्दी बढ़ना शुरू हो गई है। रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। इस तरह से मौसम रबी की फसलों के लिए फायदेमंद है। ऐसे ही मौसम ठंडा होता चला गया तो आगे भी किसानों की मेहनत रंग लाएगी। फसलों को मौसम की वजह से कोई नुकसान नहीं होगा। दो साल पहले दिसंबर में भी गर्मी का अहसास था। इस वजह से उस वक्त गेहूं की फसल में सर्वाधिक नुकसान हुआ था।
कई तरह के रोग भी फसलों में लग गए थे। मगर इस बार सही समय पर सर्दी आ गई है और लगातार बढ़ भी रही है। इससे किसानों की दिक्कतें कम हो रही हैं और किसानों की फसल को लाभ मिलता दिखाई दे रहा है। किसान सागर चौहान ने बताया कि वर्तमान मौसम रबी की फसलों के लिए बेहद लाभकारी है। गेहूं व सरसों की फसलें इस मौसम में अच्छी होंगी। सर्वाधिक फायदा गेहूं की फसल को होगा। जितनी ठंड बढ़ेगी उतना ही किसान के लिए अच्छा रहेगा। सब्जियों को भी कोई नुकसान नहीं होगा। इतना जरूर है कि अगर अधिक पाला पड़ा तो टमाटर, बैंगन, भिंडी, गोभी, मूली आदि कुछ सब्जियों पर असर पड़ सकता है। अब तक जिले में एक बार भी पाला नहीं पड़ा है। मौसम पहले ही इसका अहसास करा देता है। इसलिए किसान को जब ऐसा महसूस हो तो वह खेत की सिंचाई कर दें। धुआं कर दें या फिर सल्फर का स्प्रे फसल पर सकते हैं। इससे पाले से कोई नुकसान फसलों को नहीं होगा।
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