कच्चा माल खरीदने के बाद 38 करोड़ की धोखाधड़ी में निदेशक समेत पांच पर मुकदमा, रानीपुर कोतवाली पुलिस ने की जांच शुरू
हरिद्वार । कच्चा माल खरीदने के बाद 38 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में कंपनी के निदेशक समेत पांच लोगों के खिलाफ रानीपुर पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस के मुताबिक गाजियाबाद स्थित हाईटैक फैरस एंड ननफैरस इंडिया कंपनी के निदेशक प्रदीप कुमार ने शिकायत देकर बताया कि उनकी कंपनी लोहे के अलग-अलग क्वालिटी के तार की सप्लाई करती है। वर्ष 2011 में निपमेन फास्टनर इंडस्ट्रीज प्रा.लि. पता प्लाट नं-9, औद्यागिक पार्क द्वितीय चरण, सलेमपुर महदूद के प्रबंध निदेशक प्रवीण मल्होत्रा ने उनसे संपर्क साधा। उन्हें जानकारी दी कि उनकी कंपनी को नट-बोल्ट के कच्चे लोहे की तार जरूरत होती है। चार अप्रैल 2011 को एक प्रचेज ऑर्डर दिया। इसके बाद कंपनी को कच्चा माल दिया जाने लगा।
आरोप है कि माल का भुगतान करने के लिए कहा गया। लेकिन भुगतान नहीं हुआ। कंपनी की दूसरी निदेशक प्रियंका मल्होत्रा, निपुन मल्होत्रा, मानिक से संपर्क किया। उन्होंने देरी से भुगतान से होने वाले नुकसान के कारण 24 फीसदी ब्याज के साथ प्रतिवर्ष के हिसाब से भुगतान करने का भरोसा दिलाया। लेकिन आज तक भुगतान नहीं किया। अब तक करीब कच्चे माल, ब्याज और भाडा मिलाकर 38 करोड़ से अधिक की रकम धोखाधड़ी कर हड़पी गई है। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है।