श्रीकृष्ण प्रणामी गौ सेवा धाम में राम भक्त हनुमान की मूर्ति स्थापित की गई, हवन-यज्ञ और सुंदरकांड का हुआ आयोजन
रुड़की । शिवपुरी टोडा एहतमाल स्थित श्रीकृष्ण प्रणामी गौ सेवा धाम में राम भक्त हनुमान की मूर्ति स्थापित की गई। इस अवसर पर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए हवन यज्ञ, सुंदरकांड पाठ आदि का आयोजन किया गया। गौसेवा धाम परिसर में स्थित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर परिसर का इन दिनों जीर्णोद्धार किया जा रहा है। अयोध्या में श्री राम लला के मंदिर के भूमि पूजन के पावन अवसर पर मंदिर में दक्षिण मुखी लंका विजयी हनुमान की स्थापना की गई। मूर्ति स्थापना से 3 दिन पूर्व से ही पूजन आदि धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे थे। बुधवार को पं. बिजेंद्र प्रसाद बड़ौला तथा पंडित सुनील धस्माना द्वारा हवन किया गया। विश्व हिंदू परिषद की सत्संग टोली के राजेंद्र सैनी, ब्रजमोहन मौर्य, डॉ अनिल कांत, श्यामलाल आदि द्वारा सुंदरकांड का पाठ किया गया। वही दुर्गा कॉलोनी से आई महिलाओं द्वारा भजन सत्संग किया गया। इसके उपरांत गौ सेवा धाम के प्रमुख स्वामी सागर सिंधुराज, मालवीय चौक स्थित श्रीगोरखनाथ आश्रम के स्वामी सागर नाथ तथा स्वामी रविंद्र नाथ द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दोपहर 12ः44 पर हनुमान जी की मूर्ति प्रतिष्ठा की गई। इस अवसर पर गौ सेवा धाम के परम अध्यक्ष स्वामी सागर सिंधुराज ने कहा कि 500 वर्ष के लंबे संघर्ष के पश्चात अयोध्या में रामलला के नवीन प्रासाद का भूमि पूजन हो रहा है, तो लगभग 400 वर्ष के उपरांत गौ सेवा धाम स्थित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर परिसर में हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की गई । उन्होंने बताया कि हनुमान जी का यह स्वरूप दक्षिणमुखी है तथा यह स्वरूप लंका विजय हनुमान कहलाता है। लंका विजय के उपरांत ही राम जी अयोध्या लौटे थे। इस अवसर पर मुख्य यजमान सहदेव मलिक, कैप्टन डीपी सिंह, के पी सिंह, शकुंतला सती, नंदा देवी रावत, मंजू पाल, रामेश्वरी देवी, संजय पाल मानकपुर, राजेश कुमार एड, विजय सिंह परमार, चेना देवी, कौस्तुकमणि नौटियाल, विजेंद्र बालियान, चंद्रप्रकाश बाटा, देवेंद्र वर्मा आदि मौजूद रहे।