ग्राम पंचायत सुल्तानपुर साबतवाली में धूमधाम से मनाया गया राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस, पंचायती राज व्यवस्था ग्रामीण विकास और लोकतंत्र को मजबूत करने का सशक्त माध्यम: श्रवण चौधरी
झबरेड़ा । ग्राम पंचायत सुल्तानपुर साबतवाली में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया गया। इस दौरान ग्राम प्रधान श्रवण चौधरी ने आशा, आंगनवाड़ी, सीएचओ, एएनएम, टिचर्स के उत्कृष्ट कार्यों को सराहा। उन्होंने कहा कि हमारा सपना है कि हम सीएचओ, एएनएम, आशा, आंगनवाड़ियों एवं समूह की महिलाओं, बच्चों व ग्राम वासियों के सहयोग से अपनी पंचायत वैश्विक माडल के रुप में विकसित कर अपनी पंचायत को माडल बनाएंगे। इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से समय लेकर मुलाकात कर चर्चा करेंगे।
उन्होंने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था ग्रामीण विकास और लोकतंत्र को मजबूत करने का सशक्त माध्यम है। 73वें संविधान संशोधन के तहत गांवों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए। कहा कि पंचायती राज दिवस ऐतिहासिक क्षण की याद दिलाता है। 24 अप्रैल 1993 को 73वें संशोधन के माध्यम से पंचायती राज संस्थाओं को संवैधानिक दर्जा मिला। इस संशोधन के बाद पूरे देश में त्रिस्तरीय प्रणाली लागू की गई। 2010 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के रूप में घोषित किया। इसी दिन से पूरे भारत में राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पंचायती दिवस न केवल एक स्मृति दिवस है बल्कि यह दिन हमें हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों और जनभागीदारी से जनकल्याण की दिशा में किए गए प्रयासों की याद दिलाता है। ग्राम स्तर पर शासन को सशक्त और उत्तरदायी बनाकर ही भारत के समग्र विकास का सपना साकार किया जा सकता है। कहा कि ग्रामीण विकास ही राष्ट्रीय विकास है। हम सभी स्थानीय स्वशासन के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की इमानदारी मेहनत, पारदर्शिता और लग्न से नये भारत का निर्माण किया जा सकता है। जनभागीदारी से प्रत्येक वर्ग एवं व्यक्ति का विकास संभव है।