भाजपा सरकार ने तीन साल में विकास नहीं भ्रष्टाचार किया, पूर्व राज्यमंत्री डाॅ संजय पालीवाल ने कहा प्रदेश की संस्कृति को भ्रष्ट करने के लिए कम किए शराब के दाम
हरिद्वार । कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के तीन साल पर जमकर निशाने सांधे है। प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर पूर्व राज्यमंत्री डा. संजय पालीवाल ने कहा कि कांग्रेस द्वारा प्रदेश सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर आयोजित किए जाने वाले विरोध प्रदर्शनों को कोरोना के कारण स्थगित कर दिया गया है। कहा कि सरकार का तीन वर्ष का कार्यकाल निराशाजन रहा। तीन वर्षों में सरकार की एक ही बड़ी उपलब्धि रही है कि उसने बेरोजगारी की मार झेल रहे युवाओं को बिागड़ने और प्रदेश की संस्कृति को भ्रष्ट करने के लिए शराब के दाम कम किए हैं। पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार ने कहाकि प्रदेश भाजपा सरकार के तीन वर्ष का कार्यकाल निराशाजनक रहा है। विज्ञपनों में बातें कम और काम ज्यादा का नारा देने वाली भाजपा सरकार के तीन वर्ष में काम के नाम पर बेहिसाब भ्रष्टाचार हुआ है। कहा कि विकास का दावा करने वाली प्रदेश सरकार में राष्ट्रीय बेरोजगारी दर से भी अधिक बेराजगार हैं। मंहगाई चरम पर है। कच्चे तेल के दाम अन्तराष्ट्रीय बाजार में कम होने के बाद भी सरकार तेल के दामों को कम नहीं कर रही है। उन्होंने प्रदेश भाजपा सरकार को घोटालों की सरकार बताया। कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राजमार्ग 72 के घोटाले की सीबीआई जांच की बात कही थी, किन्तु जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया। इसके अलावा भाजपा के तीन वर्ष में फोरेस्ट गार्ड भर्ती घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला, पेंशन घोटाला आदि कई बड़े घोटाले हुए हैं। कहा कि प्रदेश में भाजपा की नहीं घोटालों की सरकार सत्ता पर काबिज है। कहा कि भाजपा सरकार ने केवल बातें की है। विकास के नाम पर कुछ नहीं किया। उन्होंने कहाकि आज प्रदेश में किसानों की हालत खराब है। ओलावृष्टि से किसानों की फसल बर्वाद हो चुकी है। गन्ना बकाया भुगतान किसानों का नहीं हो पाया है। मंडी व्यवस्था में दलालों का बोलबाला है। किसान और बेरोजगार आत्महत्या कर रहे हैं। प्रदेश से पलायन जारी है। ऐसे में सरकार का विकास का दावा खोखला साबित हो रहा है। अम्बरीष कुमार ने कहाकि ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा किसानों को समर्थन मूल्य के हिसाब से मिलना चाहिए। प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व विधायक रामयश सिंह, महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल, विमला पाडेय, राजेश रस्तौगी, अनिल भास्कर, मुरली मनोहर, धर्मपाल, शुभम अग्रवाल आदि मौजूद थे।