रुड़की: अधिवक्ता के खिलाफ दर्ज मुकदमे से अन्य अधिवक्ताओं ने रोष दर्ज किया, कहा-पुलिस को किसी भी अधिवक्ता पर कोई मुकदमा दर्ज करने से पहले मामले की जांच करनी चाहिए
रुड़की । अधिवक्ता संजीव वर्मा के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे से मंगलवार को कोर्ट परिसर में अन्य अधिवक्ताओं ने रोष दर्ज किया। उन्होंने कहा कि पुलिस को किसी भी अधिवक्ता पर कोई मुकदमा दर्ज करने से पहले मामले की जांच करनी चाहिए। वरना ऐसा होता रहा तो अधिवक्ता किसी भी पीड़ित के लिए न्याय की लड़ाई लड़ना छोड़ देंगे। उन्होंने मुकदमा वापस लेने की मांग की। मुकदमा वापस न लेने की स्थिति में आगामी रणनीति बनाने की बात कही है। रुड़की के रामनगर कचहरी स्थित बार रूम में मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में एडवोकेट्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अतुल शर्मा ने कहा कि एक महिला की तहरीर पर सिविल लाइंस पुलिस ने प्लाट पर कब्जा, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में अधिवक्ता संजीव वर्मा समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर अधिवक्ताओं में रोष है। कहा कि अगर पुलिस अधिवक्ताओं के खिलाफ इसी प्रकार मुकदमे दर्ज करती रही तो कोई अधिवक्ता पीड़ित को न्याय दिलवाने की लड़ाई लड़ना छोड़ देगा।
उन्होंने कहा कि पुलिस को किसी अधिवक्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने से पहले जांच करनी चाहिए और एडवोकेट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों को विश्वास में लेकर ही पुलिस को इस प्रकार के मामलो में कोई कदम उठाना चाहिए था। पूर्व सचिव रविंद्र कुमार ने कहा कि ऐसा लगता है कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने में कोई जल्दबाजी की है। पुलिस को जांच करनी चाहिए थी कि इस मामले में अधिवक्ता की कोई भूमिका है या नहीं। अधिवक्ता संजीव वर्मा ने कहा कि वह पीड़ित महिला के न्याय की लड़ाई उसके पक्षकार के रूप में लड़ रहे हैं। जबकि पुलिस अधिवक्ता के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर पीड़ित के न्याय में बाधा बन रही है। इस अवसर पर अधिवक्ता मोहित, राहुल सोनी, आशीष कुमार, अभिषेक वर्मा, सुनील शर्मा, राजकुमार सैनी, पंकज, गौरव चौधरी, अमित कुमार, अजय सिंह, मुकेश जरावरे आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।