रूम टू रीड ने उत्तराखंड में “पढ़नाजहाँसमानतावहाँ” अभियान की शुरुआत की

देहरादून । रूम टू रीड इंडिया ने उत्तराखंड में #रीडिंगइकवल्स: “#पढ़नाजहाँसमानतावहाँ” की विषय-वस्तु पर आधारित अपने पठन कार्यक्रम की शुरुआत की। घर पर सीखने के माहौल को बढ़ावा देने और राज्य स्तर पर बच्चों के सीखने में माता-पिता एवं समुदाय की भागीदारी को बढ़ाने के उद्देश्य से उत्तराखंड सरकार के साथ मिलकर इस अभियान का आयोजन किया गया। उत्तराखंड के शिक्षा-मंत्री, डॉ. धन सिंह रावत ने उत्तराखंड में रूम टू रीड इंडिया द्वारा आयोजित लर्निंग कैंपेन 2022 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रूम टू रीड ने इस कार्यक्रम के लिए एनबीटी (नेशनल बुक ट्रस्ट) के साथ साझेदारी की है और एक मोबाइल लाइब्रेरी वैन लॉन्च किया है। शिक्षा मंत्री ने नानुरखेड़ा से इस मोबाइल वैन का लोकार्पण किया। कार्यक्रम के दौरान मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए उत्तराखंड के माननीय शिक्षा-मंत्री, डॉ. धन सिंह रावत ने कहा, “नई शिक्षा नीति सही मायने में युग बदलने वाली एक पहल है, जिससे उत्तराखंड की शिक्षा व्यवस्था में भी बदलाव हो रहा है।” उन्होंने पठन-पाठन की प्रक्रिया को ग्रामीण स्तर तक ले जाने के लिए रूम टू रीड इंडिया और नेशनल बुक ट्रस्ट के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सचित्र पुस्तकों एवं पठन सामग्रियों को स्थानीय भाषाओं में आसानी से उपलब्ध कराने के लिए रूम टू रीड इंडिया के प्रयासों की भरपूर तारीफ़ की। उन्होंने इस बात का भी ज़िक्र किया कि पठन-पाठन को और अधिक रोचक बनाने के लिए स्थानीय भाषाओं में साहित्य एवं शिक्षण सामग्रियाँ उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है।कार्यक्रम के दौरान शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए इस दिशा में शिक्षा विभाग के प्रयासों को उजागर किया। इसके अलावा, उन्होंने पुस्तकों की संस्कृति को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए उत्तराखंड को सृष्टि का केंद्र बिंदु बताया। यह मोबाइल लाइब्रेरी वैन का 16 अगस्त से मध्य सितंबर तक देहरादून और हरिद्वार जिलों के सरकारी एवं निजी स्कूलों का दौरा करेगी, ताकि वहाँ छात्रों को अधिक से अधिक पढ़ने तथा पढ़ने की आदतों को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। इस मोबाइल वैन में किताबों का एक बड़ा संग्रह मौजूद है, जिसकी वजह से हर कक्षा के छात्र सहज रूप से इसकी ओर आकर्षित होंगे। इसी क्रम में प्राथमिक शिक्षा की निदेशक वंदना गैब्रियाल ने बच्चों की बेहद मशहूर कहानी “बिल्ली के 3 बच्चे” सुनाई। माध्यमिक शिक्षा निदेशक राकेश कुंवर ने भी “गाय घास खाती है” कहानी का वाचन किया। देहरादून के मुख्य शिक्षा अधिकारी मुकुल कुमार सती ने कार्यक्रम का समापन किया और उपस्थित सभी लोगों को उनकी भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया।

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