शिवालिक नगर पालिका की सियासत में उठापटक तेज, सभासदों की नाराजगी से नगरपालिका अध्यक्ष खेमा असहज
शिवालिक नगर । शिवालिक नगर पालिका के कुछ सभासदों ने शिवालिक नगर पालिका प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पालिकाध्यक्ष को पत्र भेजकर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का भी आरोप लगाया है। आरोप है कि बोर्ड गठन के पश्चात अब तक कोई भी विकास कार्य धरातल पर नहीं आया है। अधिशासी अधिकारी से सूचना मांगने पर भी सूचना देने में आनाकानी की जा रही है। उन्होंने पालिकाध्यक्ष से कोरोना आपदा के दौरान खरीदी गई राहत सामग्री के आय व्यय का ब्योरा समेत कई बिदुओं पर सूचनाएं मांगी हैं। सभासद अजय मलिक, अरुणा, अंकुर यादव, गरिमा सिंह, राधेश्याम कुशवाहा, अशोक मेहता और सुमन देवी ने पालिकाध्यक्ष राजीव शर्मा को भेजे पत्र में आरोप लगाया कि बोर्ड गठन के बाद से अब तक पालिका प्रशासन की कार्यशैली संतोषजनक और पारदर्शी नहीं है। सभासदों की ओर से कई दफा मांगने के बाद भी पालिका में कार्यरत कर्मचारियों का विवरण और पटल की जानकारी अब तक नहीं दी गई है। कार्यरत कार्मिकों और अधिशासी अधिकारी से सूचना मांगे जाने पर टालमटोल किया जाता है। सूचना अध्यक्ष की ओर से दिए जाने की बात कहकर सभासदों को गुमराह किया जा रहा है। पालिका प्रशासन की कार्यशैली से ऐसा प्रतीत होता है कि नगर पालिका भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का गढ़ बन चुकी है।
इन्होंने पालिकाध्यक्ष से बोर्ड बैठक की कार्यवाही में संशोधन किए जाने के लिए सभासदों की ओर से भेजे पत्र पर ईओ की ओर से की गई कार्यवाही का विवरण, कार्यरत कर्मियों और आवंटित पटल, कोरोना आपदा के दौरान क्रय की गई आवश्यक वस्तु समेत सभी कार्यों के आय व्यय का विवरण, स्ट्रीट लाइट, फर्नीचर, कीटनाशक दवाएं, सभी प्रकार के उपकरण आदि का पूर्ण विवरण, बोर्ड गठन से अब तक विभिन्न पदों से प्राप्त धनराशि का आय व्यय विवरण और वार्ड वार अब तक किये कार्यों का वितरण देने की मांग की है। सभासदों की नाराजगी से नगरपालिका अध्यक्ष खेमा ऐसे हैं जो बना हुआ है। दरअसल बीते 6 माह में कई लोग नगर पालिका अध्यक्ष खेमा छोड़ चुके हैं। इसमें भाजपा के काफी मौजूदा और पूर्व पदाधिकारी भी शामिल है। जिन्होंने कि चुनाव के दौरान राजीव शर्मा का खुलकर सहयोग किया था और उन्हें नगर पालिका अध्यक्ष बनवाने में विशेष भूमिका निभाई थी।