प्रधानाचार्य द्वारा समस्त शिक्षकों को अपनी निजी लड़ाई एवं रंजिश में हथियार बनाकर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया

रुड़की ।    के०एल०डी०ए०वी० इंटर कॉलेज रुड़की में छात्रों के शिक्षण के बजाय प्रधानाचार्य द्वारा समस्त शिक्षकों को अपनी निजी लड़ाई एवं रंजिश में हथियार बनाकर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। विद्यालय में पढ़ाई करने की बजाय अध्यापक, प्रधानाचार्य के उकसाने पर धरने पर बैठे रहे तथा शिक्षण कार्य ठप रहा। प्रधानाचार्य द्वारा शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के आदेशों एवं निर्देशों का अनुपालन करने की बजाय बैक डोर से विद्यालय के अध्यापकों के वेतन को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर दबाव बनाने की रणनीति के तहत धरना आयोजित कराया गया ।

उल्लेखनीय है कि प्रधानाचार्य एक सहायक अध्यापक की जबरन जी०पी०एफ० कटौती बंद करना चाहते हैं जबकि शिक्षा विभाग के जिला स्तरीय एवं मंडल स्तरीय अधिकारी जबरन जी०पी०एफ०कटौती बंद करने के पक्ष में नहीं है । उक्त शिक्षक ने दिनांक 28.9.2024 को अपने उत्पीड़न को लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर आमरण अनशन शुरू किया था, जोकि उच्च अधिकारियों के जबरन जी०पी०एफ०कटौती बंद न करने के लिखित आश्वासन पर आमरण अनशन समाप्त कर दिया गया था । परंतु प्रधानाचार्य उच्चाधिकारियों के लिखित आश्वासन को तक पर रखकर उक्त शिक्षक की जी०पी०एफ० कटौती बंद करने पर अड़े हैं ।शिक्षकों के सितंबर माह के वेतन बिल को पारित करने के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय नहीं भेजा गया तथा पूरे शिक्षा विभाग पर दबाव बनाने के लिए वेतन भुगतान न होने पर शिक्षकों को उकसा कर शिक्षण कार्य कराने के बजाय धरने पर बैठा दिया।

 

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