खुद को लगी थीं छह गोलियां, फिर भी बड़े भाई के ऊपर लेटकर बचाई जान, दोनों पहुंचे अस्पताल तो डॉक्टर भी हैरान
नई दिल्ली । राजधानी के सुभाष नगर इलाके में हमलावरों ने शनिवार रात पुलिस को खुली चुनौती दे दी। बीच सड़क पर सैकड़ों लोगों के सामने हमलावरों ने फिल्मी अंदाज में कार सवार केशोपुर सब्जी मंडी के पूर्व चेयरमैन अजय चौधरी और उनके छोटे भाई जसवंत उर्फ जस्सा सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोली लगने के बावजूद बड़े भाई की जान बचाने के लिए जसवंत ने अपनी जान दाव पर लगा दी। जसवंत बड़े भाई के ऊपर लेट गए और फिर कार को आगे-पीछे कर हमलावरों को छकाया और गलत दिशा से कार भगाकर भाई और खुद को अस्पताल पहुंचाया।जसवंत को छह गोली लगी है जबकि अजय चौधरी को तीन गोली लगी है। दोनों भाइयों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। शुरूआती जांच में आपसी रंजिश की वजह से हमला करने की बात सामने आई है और हमलावर तिहाड़ गांव के ही बताए जा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सीसीटीवी में हमलावर कैद हो गए हैं और उनकी पहचान कर ली गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। बीच सड़क पर हुई गोलीबारी का सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ है। जिसमें तीन हमलावरों का दुस्साहस साफतौर पर देखा जा रहा है। घटना के समय अजय चौधरी अपने छोटे भाई जस्सा चौधरी के साथ कार से घर की ओर जा रहे थे। वह अस्पताल में भर्ती अपने भाई को देखने गए थे। अजय चौधरी के एक परिचित ने बताया कि अजय को सुरक्षा के लिए एक सिपाही मिला हुआ है। घर जाने की वजह से उन्होंने सिपाही को अस्पताल से ही घर जाने के लिए कह दिया। दोनों भाई अपनी कार से जा रहे थे। कार को जस्सा चला रहे थे। सुभाष नगर मोड़ पर आते ही पहले से ताक लगाए बाइक सवार हमलावर ट्रैफिक के भीड़ के बीच कार पर अंधाधुंध गोली चलाने लगे। वहां अफरा-तफरी मच गई। अजय चौधरी अपनी सीट को पीछे कर नीचे की ओर झुक गए जबकि हमलावरों को गोली चलाते देख जस्सा अपने बड़े भाई पर लेट गए। गोलियां जस्सा को लगीं। लेकिन जब जस्सा ने हमलावरों को कार की ओर आते देखा तो उन्होंने घायल होने के बावजूद कार की स्टेयरिंग संभाल ली। कार को तेजी से आगे की ओर लेकर भागे। हमलावर उनके पीछे भागा। जस्सा से अचानक कार को बैक किया और फिर बदमाशों पर चढ़ाने की कोशिश की। फिर कार को बैक कर वह गलत दिशा में कार को लेकर अस्पताल की ओर भागे। उनके परिचित ने बताया कि कार को लेकर वह एक निजी अस्पताल में पहुंचे जहां दोनों भाइयों का इलाज चल रहा है।