मातम में बदलीं शादी की खुशियां, रस्म के दौरान कुएं में गिरकर बच्चों समेत 13 की मौत, पीएम-सीएम ने जताया शोक
कुशीनगर । कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थानाक्षेत्र के नौरंगिया में मटकोड़ करने गई महिलाओं के साथ दर्जनों किशोरियां व बच्चे लौटते समय कुएं में गिर गए। इस दर्दनाक हादसे में 13 की मौत हो गयी है। जिला अस्पताल पर रात में इतनी भीड़ जुट गयी कि कर्मचारी नाम-पता तक नहीं दर्ज पाया। सभी शव मोर्चरी भेज दिए गए। शेष को नेबुआ नौरंगिया सीएचसी पर इलाज के बाद घर भेजा गया। सीएमओ डॉ सुरेश पटारिया ने बताया कि 11 शव जिला अस्पताल पहुंचे थे और दो और शवों के आने की सूचना है। थानाक्षेत्र के नौरंगिया के स्कूल टोला निवासी परमेश्वर कुशवाहा के पुत्र की बृहस्पतिवार को शादी है। वैवाहिक रस्म के क्रम में महिलाएं हल्दी की रस्म अदायगी के दौरान गांव में बाहर मटकोर करने गई थीं और उनके साथ बच्चे भी गए थे। लौटते समय रात हो गयी। रास्ते में भीड़ अधिक थी। महिलाएं और किशोरियां नाचते गाते हुए लौट रही थीं। दो-तीन बच्चे भी थे। गांव में आने का रास्ता संकरा है और किनारे गहरा कुआं है। इस पर बीस साल पहले स्लैब पड़ी थी। जगह न मिलने से कुछ बच्चे व महिलाएं कुएं पर चढ़ गए। अचानक स्लैब टूट गया और कई लोग कुएं में गिर पड़े। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से कुएं में पंप लगवाया। पानी निकालने के साथ गिरे लोगों को निकालने का सिलसिला शुरू हुआ। कुएं में 23 लोग गिरे थे। सभी को निकट के अस्पताल भेजा गया। इनमें 13 की हालत गंभीर देख कर जिला अस्पताल भेजा गया। इन सभी को देखने के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। भीड़ इतनी अधिक जुट गयी थी कि कर्मचारी पहचान हुए बगैर सभी शवों को मोर्चरी भेज दिया।
पीएम मोदी ने कुशीनगर हादसे में जाान गंवाने वाले पीड़ितों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की है। उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुआ हादसा हृदयविदारक है। इसमें जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है।’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र में कुएं में गिरने की दुर्घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर बचाव व राहत कार्य संचालित करने तथा हादसे में घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।