स्वास्थ्य निदेशक ने चिकित्सालयों की आक्सीजन प्रणाली का निरीक्षण किया, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन अलर्ट
ऋषिकेश । उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग विशेष रूप से चिकित्सालय में आक्सीजन की उपलब्धता को दुरुस्त करने में जुड़ गया है। स्वास्थ्य निदेशक ने एम्स ऋषिकेश, एसपीएस चिकित्सालय ऋषिकेश और हिमालयन हास्पिटल जौली ग्रांट में आक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान सभी जगह आक्सीजन की कमी देखी गई थी। अब तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है, प्रतिदिन संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। प्रदेश सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से अभी से विशेष रूप से आक्सीजन आपूर्ति को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। स्वास्थ्य निर्देशक डा. उमाशंकर कंडवाल रविवार को एसपीएस राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश पहुंचे। यहां उन्होंने आक्सीजन सिस्टम का निरीक्षण किया। चीफ फार्मेसिस्ट बीपी भट्ट उन्हें बताया कि यहां अभी पीएसए प्लांट निर्माणाधीन है। वर्तमान में यहां 16 सिलिंडर का मैनीफोल्ड सिस्टम काम कर रहा है, जिससे चिकित्सालय के 36 बेड पर निरंतर आक्सीजन आपूर्ति की जा सकती है। इस दौरान हेल्थ सुपरवाइजर एसएस यादव भी मौजूद रहे। स्वास्थ्य निदेशक डा. कंडवाल ने बताया कि महानिदेशक चिकित्सा और स्वास्थ्य के निर्देश पर सभी जगह आक्सीजन प्रणाली को चुस्त-दुरुस्त किया जा रहा है, जिसके तहत रविवार को हिमालयन हास्पिटल जौली ग्रांट और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में भी आक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया गया। सभी जगह व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में आक्सीजन प्लांट के निर्माण की गति को तेज करने के निर्देश चिकित्सालय प्रशासन को दिए गए हैं।