उत्तराखंड: विजिलेंस ने डीपीआरओ को ठेकेदार से एक लाख की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा, पूछताछ जारी
देहरादून । ठेकेदार से उपकरणों की सप्लाई और कार्यों के भुगतान के एवज में एक लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे 2005 बैच के पीसीएस (संबद्ध) जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) रमेश चंद्र त्रिपाठी को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है। विजिलेंस टीम ने शहर के माल से आरोपी को पकड़ा और विरोध करने पर घसीटते हुए कार तक ले गई। पूछताछ के बाद विजिलेंस को आरोपी के घर से 25.71 लाख की नकदी भी मिली है। आरोपी मूल रूप से महाराजगंज उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। पुलिस अधीक्षक सतर्कता हल्द्वानी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध मुहिम के तहत जारी टोल फ्री नंबर 1064 में पीड़ित किच्छा निवासी ठेकेदार रिंकू सिंह ने शिकायत की थी। कहा था कि उसके द्वारा की गई उपकरणों की सप्लाई और कार्यों के भुगतान के एवज में डीपीआरओ रमेश चंद्र त्रिपाठी एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग कर रहे हैं। जांच कराने पर शिकायत सही मिली। निरीक्षक ललिता पांडे के नेतृत्व में ट्रैप टीम का गठन किया गया। गुरुवार को शिकायतकर्ता रिंकू सिंह ने डीपीआरओ त्रिपाठी को नैनीताल रोड स्थित मेट्रोपोलिस मॉल में बुलाया, जहां वीआईपी पार्किंग के पास शिकायतकर्ता जब डीपीआरओ को एक लाख रुपये देने लगा तो टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान डीपीआरओ ने विरोध भी किया, लेकिन विजिलेंस टीम उसे घसीटते हुए पास खड़ी कार तक ले गई। माल में घूम रहे लोगों को लगा कि बदमाश किसी व्यक्ति का अपहरण कर रहे हैं। स्थिति गंभीर होती देख विजिलेंस टीम ने परिचय देकर मामला शांत कराया।
पूछताछ के बाद टीम आरोपी के आफिसर्स कालोनी, विकास भवन के पीछे रुद्रपुर स्थित आवास पर पहुंची तो 25.71 लाख रुपये बरामद हो गए। एसपी मीणा ने बताया कि आरोपित के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। शुक्रवार को आरोपित को भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट नैनीताल में पेश किया जाएगा।