देश और बच्चों के लिए प्रिय थे नेहरू जी: संजय गर्ग, सीएमडी इंटर कालेज चुड़ियाला में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 135वीं जयंती समारोह भव्य रूप से मनाई गई

भगवानपुर । आज दिनांक 14 नवंबर 2024 को सी एम डी इंटर कॉलेज, चुड़ियाला में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री,शांति के मसीहा, भारत रत्न, आधुनिक भारत के शिल्पी तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारत भारत के विकास की नींव रखने वाले पंडित जवाहरलाल नेहरू का 135 वा जन्मदिन बाल दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय गर्ग ने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि आज का दिन हमें यह अवसर प्रदान करता है कि हम पंडित नेहरू के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में जान सकें। हम यह जान सकें कि किस तरह वह स्वरूप रानी का लाल भारत का जवाहरलाल कहलाया। इस अवसर पर बोलते हुए संजय गर्ग ने बताया कि यदि पंडित नेहरू चाहते तो तो सफल बैरिस्टर बनकर सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश या जज बन सकते थे,यदि वह चाहते तो उच्च कोटि के लेखक के रूप में रॉयल्टी के रूप में अथाह दौलत एकत्रित कर सकते थे और यदि वह चाहते तो धनी पिता के उत्तराधिकारी के रूप में आनंद भवन में योग विलास का जीवन व्यतीत कर सकते थे। लेकिन पंडित नेहरू ने सभी सुख सुविधाओं को तिलांजलि दी तथा मातृभूमि की रक्षा एवं जनता जनार्दन की सेवा में अपना संपूर्ण जीवन लगा दिया। पंडित नेहरू 30 वर्ष तक ब्रिटिश सरकार से संघर्ष करते रहे तथा कुल 9 बार जेल गए। वह अभी तक सबसे अधिक वर्षों तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। 17 वर्ष के अपने प्रधानमंत्री काल में उन्होंने आधुनिक भारत के नवनिर्माण की रखी तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आज भारत में जो उन्नति की है वह नेहरू जी की ही सोच एवं दूरदर्शिता का परिणाम है इसलिए उन्हें आधुनिक भारत का निर्माता भी कहा जाता है। विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता अमरीश चौहान ने बताया कि पंडित नेहरू एक अंतरराष्ट्रीय महापुरुष थे। एशिया के 10 देशों को मुक्ति दिलाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही ।उनकी नीतियां “वसुंधैव कुटुंबकम एवं सर्वे भवंतु सुखिन:” वाली थी।

वे मानवता और विश्व शांति के प्रबल पक्षधर थे इसलिए उन्हें विश्व में शांति के मसीहा के रूप में जाना जाता है। कार्यक्रम का सफल,सुंदर एवं सुव्यवस्थित संचालन कर रही श्रीमती शालिनी मणी ने कहा कि पंडित नेहरू एक उच्च कोर्ट के लेखक थे उनके द्वारा लिखी गई पुस्तक “मेरी आत्मकथा तथा भारत की खोज” संपूर्ण विश्व में बड़ी रुचि और श्रद्धा के साथ पढ़ी जाती है। बच्चों के मनोरंजन हेतु विद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें गायन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कक्षा 11 की छात्रा कु सना द्वितीय स्थान कक्षा 10 की छात्रा कु रिया तथा तृतीय स्थान कक्षा 9 की छात्रा कु नैंसी ने प्राप्त किया। चुटकुला प्रतियोगिता में कक्षा 9 की छात्रा कु अंशिका परिमार ने प्रथम स्थान, कक्षा 9 की छात्रा कु रूचि ने द्वितीय स्थान तथा कक्षा 11 की छात्रा परी त्यागी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य संजय गर्ग, अमरीश चौहान, अंजलि चौहान, सुदेश रानी, आरती त्यागी, धनंजय, कुणाल शर्मा,ओम सिंह, लोकेश, पवन,रजनीश, सुप्रिया गौण, अनु शर्मा, बेवी शर्मा, नीतू शर्मा, बबली, नीलम, डॉ मीनू सैनी, चारु पंत, शिवम, मनोज त्यागी,नवीन सैनी, निधि तथा पारुल राठी आदि उपस्थित रहेl कार्यक्रम का सफल सुंदर एवं सुव्यवस्थित संचालन शालिनी मणी एवं पुष्पराज सिंह चौहान ने किया।

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