उत्तराखंड में भाजपा की बढ़ रही हैं मुश्किलें, सीएम पुष्कर सिंह धामी के करीबी ने की बगावत
नैनीताल । उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने 59 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। बीजेपी ने राज्य की 70 विधानसभा सीटों में से 59 पर ही उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है जबकि सभी 70 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 14 फरवरी को मतदान होना है। माना जा रहा है कि इन 11 सीटों पर उम्मीदवारों के चयन को लेकर तगड़ा पेंच फंसा हुआ है और उम्मीदवारों की संख्या ज्य़ादा है इसलिए इन सीटों पर पार्टी ने फिलहाल उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं किया है। माना जा रहा है कि पार्टी दो-तीन दिन में इन 11 सीटों के लिए भी प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। टिकटों के ऐलान के साथ ही उत्तराखंड बीजेपी में बगावत के सुर भी बुलंद होने लगे हैं। टिकट की आस लगाए बैठे नेताओं ने बगावत का झंडा उठा लिया है। अब ख़बर नैनीताल से मिल रही है। नैनीताल विधानसभा चुनाव में भाजपा के कई नाराज़ नेताओं ने मोर्चा खोल दिया ।य हाँ तक मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी दिनेश आर्या ने तो नामांकन पत्र भी ले लिया है। उनका साफ कहना है वह नाराज़ भाजपा पार्टी के लोगों से मिलकर रणनीति तैयार करेंगे। उन्होंने कहा जो कई वर्षों से टिकट की आस लगाये हैं उसको दर किनारे कर दल बदलू लोगों को टिकट दिया गया। वहीं दूसरी विधानसभा भीमताल की बात करें तो पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष मनोज साह ने समर्थकों के साथ भाजपा से इस्तीफा भी दे डाला है। मनोज साह का भी यही कहना है कि निर्दलीय प्रत्याशी राम सिंह कैड़ा जिसने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की उसको शीर्ष नेताओं ने टिकट दे दिया जो की बहुत गलत किया। लगभग मनोज साह समेत 300 लोगों ने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष व नैनीताल के भाजपा जिलाध्यक्ष रह चुके मनोज साह समेत 300 कार्यकर्ताओं ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है।सभी ने अपने-अपने इस्तीफे प्रदेश अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष को भेजे हैं। वहीं पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष मनोज साह ने कार्यकर्ताओं की राय के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।साह ने अपने 300 से अधिक समर्थकों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की।साह ने कहा कि भाजपा ने विधानसभा से ऐसे उम्मीदवार को टिकट दिया है जो कुछ माह पूर्व ही भाजपा में शामिल हुआ है।