भगवानपुर: बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा ने स्कूल बंद देख जताई कड़ी नाराजगी, डीएम को पत्र लिखकर किसी अधिकारी को कॉलेज में नोडल अधिकारी बनाने को कहा

भगवानपुर । कस्बे में स्थित रहमानिया इंटर कॉलेज में पिटाई से छात्र की मौत के मामले में बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा गीता खन्ना और विनोद कपरूवान ने पीड़ित परिवार से जानकारी ली। कॉलेज बंद मिलने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। कहा कि केवल प्रबंधक ही जेल गया है। बाकी स्टाफ मौजूद है। जिलाधिकारी को पत्र लिखकर भगवानपुर तहसील के किसी अधिकारी को कॉलेज में नोडल अधिकारी बनाने को कहा गया है। पिछले शुक्रवार को स्कूल में कक्षा तीन के छात्र की पिटाई की गई थी। छात्र की पिटाई के बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई। शुक्रवार को बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम कॉलेज पहुंची। जहां पर स्कूल बंद देख उन्होंने नाराजगी जाहिर की। साथ ही उन्होंने शिक्षा विभाग से आए अधिकारी से जानकारी ली। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक के प्रतिनिधि वीरेंद्र प्रसाद त्रिपाठी ने बताया कि व गुरुवार को स्थलीय निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे, लेकिन विद्यालय का मुख्य द्वार न खुलने के कारण वह मौके से लौट गए। उन्होंने बताया कि तब तक स्कूल के स्टोर रूम में कार्यालय में रखे अभिलेखों की सील कार्रवाई की जानी है जिससे अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ न की जा सके। पुलिस अपनी ओर से कार्रवाई कर चुकी है। विद्यालय के दस्तावेज तथा उसकी गतिविधियों पर नोडल अधिकारी की निगरानी रहेगी। विद्यालय के किसी भी स्टाफ को इसकी निगरानी की जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा डॉ. गीता खन्ना ने बताया कि आरोपी प्रबंधक बाल संरक्षण आयोग का सदस्य रहा, जिसके लिए वह खुद शर्मिंदा है। कहा कि प्रबंधक की एक गलती से सभी बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। सोमवार से विद्यालय का शिक्षण कार्य सुचारू रूप से शुरू किया जाना आवश्यक है। इस मौके पर भगवानपुर तहसीलदार गिरीश चंद्र त्रिपाठी, प्रधानाचार्य बीड़ी इंटर कॉलेज संजय गर्ग व पुलिस टीम मौजूद रही।

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