विधानसभा सत्र में बेरोजगारी के मुद्दे पर विपक्ष और श्रम मंत्री के बीच जमकर बहस, विपक्ष ने रोजगार को लेकर पूछा प्रश्न, हरक सिंह रावत बोले- 7 लाख को दी नौकरी
देहरादून । शुक्रवार को विधानसभा सत्र शुरू होते ही बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की विपक्ष ने कोशिश की। जिसके चलते विपक्ष और श्रम मंत्री के बीच जमकर बहस हो गई। हरक सिंह रावत को घेरने की कोशिश विपक्ष करता हुआ दिखाई दिया। वहीं हरक सिंह रावत ने भी सीधे तौर पर विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि मेरी आवाज कोई नहीं दबा सकता। कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने रोजगार को लेकर पूछा प्रश्न, बेरोजगारी दर को लेकर भी पूछा प्रश्न। श्रम मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने जबाव में कहा कि 7 लाख को नोकरी दी। 1 लाख 15 हजार से ज्यादा आउटसोर्स में नोकरी दी। उद्योगों में 5 लाख से ज्यादा नोकरी दी। 8 लाख से ज्यादा बेरोजगार रजिस्टर्ड है। भाजपा सरकार ने कोविड काल के बाद ज्यादा नोकरियाँ दी। श्रम मंत्री का जबाब – बेरोजगारी बाद मुद्दा है। 1 रु में 88 पैसा नॉन प्लान में खर्च हो रहा है ( सेलरी , भत्ते आदि) स्वरोजगार की दिशा में बेहतर कार्य किये, कई योजनाएं संचालित की। 1856 सहायता समूह में रोजगार दिया। 2691 लोगों को ई-रिक्शा उपलब्ध कराया। 78588 लोगों को कौशल विकास में प्रशिक्षित किया। 16900 कृषि के क्षेत्र में लाभ दिया। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने बेरोजगारी के मसले पर सदन में सरकार को घेरा, कहा कि सरकार द्वारा सदन में पेश किए जा रहे रोजगार के आंकड़ों गुमराह करने वाले हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार ने 2020 में 10 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कहीं। मार्च 2021 में 7 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कहीं, आज वर्तमान में फिर 7 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही,
विपक्ष ने कहा पीठ इस प्रश्न को स्थगित करें, सरकार के जबाब से विपक्ष असंतुष्ट हैं। विपक्ष ने सदन से वाक आउट किया।