रुड़की। सोना देवी शिव मंदिर पुरानी तहसील में आज भगवान परशुराम जयंती धूमधाम से मनाई गई । भक्तों ने विशेष पूजन – यज्ञ कर प्रसाद वितरण किया। ज्योतिषाचार्य आचार्य रमेश सेमवाल ने कहा कि भक्त प्रल्हाद की रक्षा के लिए भगवान नरसिंह ने अवतार लिया और राक्षसों का अंत किया भक्त प्रल्हाद निरंतर भगवान नारायण का जाप करते थे। हिरण्यकशिपु को यह पसंद नहीं था हिरण्यकश्यप ने कहा मैं ही भगवान हूं मेरी पूजा करो नारायण की पूजा बंद करो विष्णु हमारा शत्रु है। लेकिन पर राज्य नहीं निष्ठा पूर्ण भक्ति की और निरंतर नारायण मंत्र का जाप किया भगवान का अनुष्ठान किया। प्रह्लाद जी को विभिन्न कष्ट दिए गए होलिका में जलाया गया परेशान किया गया। भूखा रखा गया। लेकिन प्रह्लाद जी नहीं माने और उन्होंने निरंतर भगवान नारायण का पूजन किया जाप किया भक्ति का प्रचार किया। हिरण्यकश्यप को वरदान था इसे कोई नहीं मार सकता ना रात को मरेगा ना दिन में मरेगा अपने भक्त प्रल्हाद की रक्षा के लिए भगवान ने नरसिंह अवतार लिया और खंभे से प्रकट होकर हिरण्यकश्यप को मार डाला और अपने भक्तों की रक्षा की हमें निरंतर भगवान की भक्ति करनी चाहिए । भगवान पर विश्वास करना चाहिए अच्छे और सच्चे कर्म करने चाहिए। इस अवसर पर राम कुमार गुप्ता पुष्पा गुप्ता चित्रा गोयल राधा भटनागर सुलक्ष्णा सेमवाल रेनू शर्मा सुलक्षणा सेमवाल आदिति सेमवाल आदित्य शर्मा संदीप शास्त्री नरेश शास्त्री आदि उपस्थित रहे।
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