विकास विरोधी मानसिकता से कार्य कर रही हैं भगवानपुर विधायक, गलत तथ्यों के आधार पर निरस्त कराई गई नगर पंचायत बोर्ड की बैठक, पत्रकार वार्ता कर अध्यक्ष प्रतिनिधि सुबोध राकेश बोले- नगर पंचायत के विकास को देखकर बौखला गई विधायक ममता राकेश
भगवानपुर । नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सुबोध राकेश ने कहा हैं कि भगवानपुर विधायक ने नगर पंचायत की बोर्ड बैठक पर गलत आरोप लगाकर अधिकारियों के समक्ष गलत साक्ष्य पेश कर बोर्ड बैठक को निरस्त कराया हैं। नगर पंचायत के विकास कार्यो में बाधा डालने का काम कर रही है जनता इसका जवाब 2022 के चुनाव में देगी। शुक्रवार को नगर पंचायत कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि एवं भाजपा नेता सुबोध राकेश ने कहा विधायक आवास योजना में लोगो से रुपये मांगने का आरोप लगा रही है अगर विधायक साबित कर दे तो इस्तीफा दे दूंगा। कहा कि विधायक ममता राकेश ने जिलाधिकारी को गुमराह कर बोर्ड बैठक को निरस्त कराया है। वह पूरी तरह से गलत है क्योंकि बोर्ड के द्वारा पहले ही विधायक ममता राकेश को एजेंडा भिजवा गया था जिसमें साफ-साफ लिखा था कि बोर्ड बैठक किन कारणों से अध्यक्ष के आवास पर होगी। जिसपर ममता राकेश ने सहमति जताते हुए दस्तखत किए थे परंतु उसके बाद भी विधायक बैठकों को निरस्त करा कर जनता को बताना चाहती है। नगर पंचायत में विकास कार्य ना हो विधायक ममता राकेश विकास कार्यों में बाधा डालने का काम कर रही है। भगवानपुर में कहीं भी जलभराव की समस्या नहीं है जबकि विधानसभा के अन्य गांव में जल भराव हो रहा है विधायक वहां पर कोई ध्यान नहीं देती वह सिर्फ विकास कार्य को रुकवाना चाहती हैं। विधायक ने आवास योजना में पैसे हड़पने का आरोप लगाया है जो सरासर निराधार है अगर विधायक यह साबित कर दें कि सुबोध राकेश ने कहीं से 1 रुपये की भी डिमांड कि हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा नहीं तो विधायक ममता राकेश नैतिकता के आधार पर इस्तफ़ा दे। ममता राकेश ने स्वर्गीय सुरेंद्र राकेश की माताजी पर जो आरोप लगाए हैं उसका जवाब विधायक को जनता को देना पड़ेगा वरना जनता तुम्हें माफ नहीं करेगी। अगर विधायक ममता राकेश साबित नहीं कर पाई तो उनके खिलाफ कोर्ट में जाऊंगा और मानहानि का दावा करूंगा। विधायक ममता राकेश अपने क्षेत्र में जाए और देखें कि गांव की क्या बदतर हालत हुई पड़ी है। वह अपने क्षेत्र में विकास कराए विधायक निधि के 5 वर्ष में ₹20 करोड़ रुपये आते हैं परंतु क्षेत्र में कहीं कोई विकास कार्य नहीं हुआ है।