मेंटीनेंस फीस लिए जाने के विरोध में अभिभावकों का विरोध प्रदर्शन, जेएम से की फीस माफ किए जाने की मांग
रुड़की । कोरोना काल के दौरान बंद रहे स्कूल की ओर से मेंटीनेंस फीस लिए जाने के विरोध में अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया। स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह से मिलकर मेंटीनेंस फीस माफ किए जाने की मांग की। सरकार की ओर से कोरोना काल के दौरान स्कूलों को केवल ट्यूशन फीस लेने को कहा गया था। इस दौरान स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई हुई। कोरोना के मामले घटने के बाद अब स्कूल ऑफलाइन खुल गए हैं। सिविल लाइंस के एक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि ट्यूशन फीस के साथ मेंटीनेंस चार्ज भी वसूला जा रहा है। यह राशि सात से दस हजार रुपये तक है। अभिभावकों के अनुसार मार्च तक की ट्यूशन फीस ली जा रही है। जिसे अभिभावक देने को तैयार हैं लेकिन इसके साथ ही मेंटीनेंस फीस भी मांगी जा रही है और जमा न करने पर बुधवार से शुरू होने वाली परीक्षा का प्रवेश पत्र भी नहीं दिया जा रहा है। बच्चों को परीक्षा में नहीं बैठने देने की चेतावनी दी जा रही है। अभिभावकों ने बताया कि जेएम ने स्कूल प्रबंधन से वार्ता कर केवल ट्यूशन फीस लिए जाने की बात कही है।