दुष्यंत की याद में हुई काव्य गोष्ठी,
सोनकिया को मिला दुष्यंत सम्मान
रूड़की। महानगर की नव सृजन साहित्यिक संस्था एवं गंगा जमुनी अदबी मंच के द्वारा गज़ल विधा के जनक दुष्यंत की जयंती के उपलक्ष्य में ‘दुष्यन्त सम्मान समारोह एवं काव्य गोष्ठी’ का आयोजन किया । शिक्षाविद एस के पुंडीर’सरित’ की अध्यक्षता व ओमप्रकाश ‘नूर’ तथा पंकज त्यागी’असीम’ के संयुक्त संचालन में कार्यक्रम प्रारम्भ दिप प्रज्ज्वलित करके किया गया । इस बार का प्रतिष्ठित ‘दुष्यन्त सम्मान’ लखनऊ के अपर आयुक्त परिवहन प्रख्यात ग़ज़लकार विनोद कुमार सोनकिया को वरिष्ठ साहित्यकार विज्ञान व्रत और जाने माने शायर ओमप्रकाश ‘नदीम’ के कर-कमलों द्वारा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित दिया गया । इससे पूर्व नव सृजन संस्था के संरक्षक सुरेन्द्र कुमार सैनी ने सरस्वती वंदना की। संस्था अध्यक्ष नीरज नैथानी, महासचिव किसलय क्रान्तिकारी ने अतिथियों को बैज लगाकर व अन्य पदाधिकारियों ने शाल ओढाकर स्वागत किया ।वरिष्ठ साहित्यकार विज्ञान व्रत ने विनोद कुमार सोनकिया के साहित्य-सृजन और पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि सोनकिया ने दुष्यंत कुमार के रचना-धर्म के अनुरूप साहित्य में ग़ज़ल , नज़्म और गीतों के माध्यम से अहम किरदार अदा किया है । सोनकिया की ग़ज़लों को पढ़कर महसूस किया जा सकता है कि आज समाज को ऐसी ग़ज़लों और साहित्य से ही संवारा जा सकता है। अदबी मंच के अध्यक्ष ओमप्रकाश ‘नूर’ ने सोनकिया के जीवन पर प्रकाश डाला और उनकी उपलब्धियों से परिचित कराया । विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन ने कहा कि आधुनिक हिंदी गजल के पुरोधा के रूप में हम दुष्यंत कुमार को याद करते हैं, उन्होंने हिंदी गजल को एक नया आयाम दिया है।उन्होंने मां को समर्पित रचना पाठ भी किया। कार्यक्रम की काव्य- गोष्ठी में ओमप्रकाश ‘नूर’, के पी अनमोल, मनोज पाण्डेय’होश’, पंकज त्यागी’असीम’, शालिनी जोशी और अल्का घन्साला , शालिनी जोशी,विज्ञान व्रत , ओमप्रकाश’नदीम’,एस के पुंडीर ‘सरित’,नवीन निश्छल तथा विनोद कुमार सोनकिया ने अपने लाजवाब कलाम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया । कार्यक्रम में श्याम कुमार त्यागी, दीपिका सैनी , रश्मि त्यागी, समय सिंह सैनी, नीरज त्यागी , दिनेश धीमान ,दीपक लाखवान, शाहिदा शेख आदि उपस्थित रहे।