जन सहयोग के बिना नशे के कारोबार पर पाबंदी लगाना मुश्किल: एसएसपी डॉ रावत
मंगलौर । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि जन सहयोग के बिना नशे के अवैध कारोबार पर पाबंदी लगाना मुश्किल है। पुलिस अपनी तरफ से भरपूर प्रयास करती है, लेकिन जब तक नागरिकों का सहयोग नहीं मिलेगा तब तक पुलिस पूरी तरह से सफल नहीं हो सकती। इसके लिए नागरिकों को सक्रिय भूमिका में आना पड़ेगा ताकि नशे का पूरा का पूरा कारोबार संपूर्ण रूप से ध्वस्त हो सके। शुक्रवार को मंगलौर कोतवाली में आयोजित पुलिस पब्लिक समन्वय समिति की बैठक में विभिन्न लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए। इनमें सबसे बड़ा मुद्दा क्षेत्र में अवैध रूप से नशे के कारोबार को लेकर था। जिसमें सभी लोगों ने चिंता व्यक्त की। इसके अलावा हाईवे की समस्याओं से भी लोगों ने अवगत कराया। कई और समस्याएं भी सामने आई। हालांकि वह पुलिस विभाग से संबंधित नहीं हैं फिर भी लोगों ने अपनी बात वहां पर रखी। सभी समस्याएं सुनने के बाद एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या नशे की है। युवा पीढ़ी को यदि नशे से बचाया जा सके तो यह सबसे बड़ा कार्य होगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से विभिन्न गांवों कस्बों से स्मैक तथा अन्य प्रकार के नशीले पदार्थों की बिक्री की सूचनाएं मिल रही है, वह काफी चिंताजनक है। लेकिन इसके लिए जहां पुलिस को काम करना होगा वहीं जनता को भी सक्रिय भूमिका में आना पड़ेगा ताकि इस अवैध कारोबार को जड़ से उखाड़ कर फेंक आ जा सके। उन्होंने लोगों से कहा कि वह सामाजिक स्तर पर इस बात का प्रचार प्रसार करें किए नशा एक बुरी आदत है, इससे युवा पीढ़ी को बचाया जाए। क्योंकि युवा पीढ़ी ही देश का भविष्य है। कहा कि गली, मोहल्ले, गांव में यदि कोई व्यक्ति नशीले पदार्थों की तस्करी का कार्य करता है तो सीधे उनके व्हाट्सएप नंबर पर सूचना दे सकते हैं। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए अलग से भी एक सेल गठित किया गया है जिसकी पूरी जानकारी कोतवाली में मौजूद है। इसलिए जनता को चाहिए कि वह सक्रिय भूमिका निभाकर पुलिस को सहयोग करें। हाईवे संबंधी शिकायतों का संज्ञान लेते हुए उन्होंने कहा कि मामले को संबंधित विभाग को भेजा जाएगा ताकि लोगों की शिकायतें दूर हो सकें। इस अवसर पर सीओ मंगलौर पंकज गैरोला, पूर्व पालिकाध्यक्ष चौधरी इस्लाम, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि डॉ शमशाद, किसान सेना के प्रदेश सचिव मोहम्मद मियां रिजवी, वरिष्ठ किसान नेता चौधरी रामपाल सिंह, चंद्रपाल बालियान, अनुज सालार, सुभाष, ओमवर, मिथुन नौटियाल, इरशाद अंसारी, राजीव राठौर, अनुज प्रधान, देवदत्त शर्मा आदि भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।