छात्रवृत्ति घोटाले में सुभारती आईटीआई के संचालक को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, छात्रवृत्ति के 1 करोड़ 18 लाख रुपए गबन का आरोप
रुड़की । छात्रवृत्ति घोटाले में पिरान कलियर स्थित सुभारती आईटीआई कॉलेज के संचालक पुष्कल नागयान को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। गुरुवार को थानाध्यक्ष प्रकाश पोखरियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि एसआईटी ने सुभारती आईटीआई के संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसकी जांच एसआई गिरीश चन्द्र कर रहे थे। एसआईटी के द्वारा बताया गया था की सोहलपुर रोड स्थित सुभारती आईटीआई कॉलेज को वर्ष 2014-15 और वर्ष 2015-16 व 2016-17 में छात्रवृत्ति के एक करोड़ अठारह लाख रुपये छात्रों को छात्रवृत्ति के नाम पर दिए गए। एसआईटी ने छात्रों के मोबाइल नंबर और कागजात का मिलान किया तो सामने आया कि जिनके नाम से छात्रवृत्ति ली गई है उनका कॉलेज में दाखिला ही नही है। छात्रवृत्ति की राशि बैंक खातों में ऑनलाइन भेजी गई थी। उसके बाद धनराशि सुभारती कॉलेज के बैंक खाते में दी गई।एसआईटी ने इस बारे में जब कॉलेज के संचालक से एक करोड़ अठ्ठारह लाख रुपये की जानकारी ली गई तो वे जवाब नहीं दे पाए।एसआई गिरीश चन्द्र ने टीम के साथ सुभारती आईटीआई कॉलेज के संचालक पुष्कल नागयान पुत्र जोगेंद्र नागयान निवासी ज्ञानलोक कनखल हरिद्वार को मायापुर से गिरफ्तार कर लिया हैं और न्यायालय में पेश किया गया।जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया हैं।