सरकार की नीतियों के चलते किसान और मजदूर दोनों संकट में: निर्मल शुक्ला, अलकनंदा मैदान पर आयोजित नव भारतीय किसान संगठन (अ) का तीन दिवसीय चिंतन शिविर का संपन्न

हरिद्वार । अलकनंदा मैदान पर आयोजित नव भारतीय किसान संगठन (अ) का तीन दिवसीय चिंतन शिविर बुधवार को संपन्न हो गया। शिविर के समापन पर देश के कई राज्यों से आए किसान संगठन के पदाधिकारियों और हजारों किसानों ने खेती किसानी के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्रेषित किया। किसानों को संबोधित करते हुए नव भारतीय किसान संगठन (अ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्मल शुक्ला ने कहा कि सरकार की नीतियों के चलते किसान और मजदूर दोनों संकट में हैं।

जिससे मेहनतकश वर्ग के सामने गंभीर सामाजिक, आर्थिक और प्रशासनिक समस्याएं उत्पन्न हो रही है। सरकारी संस्थाओं का निजीकरण किया जा रहा है। शिक्षा के निजीकरण के साथ बिजली आपूर्ति का भी निजीकरण किया जा रहा है। किसान को फसलों का उचित दाम नहीं मिल रहा है। छोटे मझोले किसानों के लिए खेती की लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा है। जिससे वे कर्ज के जाल में फंस रहे हैं। निर्मल शुक्ला ने कहा कि सरकार की किसान मजदूर विरोधी नीतियों का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।

किसान हितों के लिए नव भारतीय किसान संगठन का संघर्ष निरंतर जारी रहेगा। उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी सुखदेव पाल ने कहा कि किसान देश का अन्नदाता है। सरकार को किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए। उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष डा.सतीश, सूर्य मणि शुक्ला, जमील अहमद राईन, राजेंद्र सिंह चौहान, राजीव रावत, राधिका दास, वीरेंद्र कुमार, मालती देवी, कृष्ण आर्य आदि सहित तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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