सरकार की बेरूखी से समस्याओं से जूझ रहे किसान: गुरमुख सिंह, भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता का तीन दिवसीय चिंतन शिविर
हरिद्वार । भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार गुरमुख सिंह ने कहा कि किसान देश का सबसे महत्वपूर्ण वर्ग है। लेकिन सरकार की बेरूखी के चलते किसान तमाम समस्याओं से जूझ रहे हैं। फसलों का उचित दाम नहीं मिल रहा है। सरकार को किसानों की स्थिति सुधारने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए। अलकनंदा घाट पर आयोजित तीन दिवसीय चिंतन शिविर के दौरान किसानों को संबोधित करते हुए सरदार गुरमुख सिंह ने कहा कि किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता लगातार आंदोलन कर रही है।
लेकिन सरकार और अधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार कितनी भी उपेक्षा कर ले। अन्नदाता किसान यूनियन पीछे नहीं हटेगी। किसान वो ताकत है जो अपनी मेहनत और पसीने से अन्न उपजाकर देश की 140 करोड़ आबादी का पेट भरता है। जब केंद्र सरकार ने बिना मांगे ही किसानों पर तीन कृषि कानून थोप दिए। जिसका पूरे देश के किसानों ने दिल्ली जाकर विरोध किया और सरकार को कानून वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा। गुरमुख सिंह ने कहा कि किसान जागरूक हो गया है और अपने हितों के लिए किसी भी संघर्ष से पीछे नहीं हटेगा।
किसानों को फसलों का उचित दाम मिले, किसानों का कर्ज माफ हो। खेती के लिए किसानों को उन्नत तकनीक व उपकरण उपलब्ध कराए जाएं। इन तमाम मांगों को लेकर अन्नदाता किसान यूनियन अपना संघर्ष जारी रखेगी। बैठक की अध्यक्षता हृदयराम यादव ने व संचालन संतोष दुबे ने किया।
इस दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक मिश्रा, राष्ट्रीय महासचिव भानु प्रताप, राष्ट्रीय सचिव उदयराज, पंजाब प्रदेश अध्यक्ष अंग्रेज सिंह संधू, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार पांडे, युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अवधेश नारायण, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश दहिया, हरियाणा युवा प्रकोष्ठ सज्जन, महिला मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव सुदेश कंडेला, हरियाणा महिला मोर्चा अध्यक्ष सुमन बटोला, सुरजीत सिंह औलख, रेखा भनोट, वंदना चतुर्वेदी आदि पदाधिकारियों ने भी किसानों को संबोधित किया।