उत्तराखंड में शाम होते ही मौसम ने बदली करवट, राजधानी दून में रिमझिम बारिश, छह जिलों में अलर्ट जारी

देहरादून । देहरादून में दिनभर माैसम साफ रहा। वहीं, शाम होती ही बादल छा गए और रिमझिम बारिश शुरू हो गई। वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून समेत, उत्तरकाशी बागेश्वर, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ इलाकों में गर्जना के साथ भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलाें में भी तेज दौर की बारिश होने की संभावना है। आने वाले दिनों की बात करें तो अगले पांच दिनों तक प्रदेश के पर्वतीय जिलों में गर्जन के साथ तेज दौर की बारिश हो सकती है। बृहस्पतिवार को बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें तो दून के आशारोड़ी और सहस्रधारा में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। आशारोड़ी में 35.5 और सहस्रधारा में 27.5 एमएम बारिश हुई, जो प्रदेशभर में सबसे अधिक है, जबकि सबसे कम बारिश रुड़की में हुई, यहां सिर्फ 10 एमएम बारिश हुई। प्रदेश में भारी बारिश के बाद मार्गों में जगह-जगह मलबा आने से 93 मार्ग बंद हैं। रुद्रप्रयाग-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग में कुंड पुल के पास कटाव के चलते वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है।

भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग कुंड-चुन्नी बैंड से कालीमठगेट-गुप्तकाशी का प्रयोग किया जा रहा है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक, सोनप्रयाग-गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग में लिनचौली के पास मलबा आने से मार्ग बंद है। रुद्रप्रयाग में 12 ग्रामीण और दो पैदल मार्ग बंद हैं।उत्तरकाशी में दो राज्य और नौ ग्रामीण मार्ग, नैनीताल में एक राज्य और 10 ग्रामीण मार्ग, बागेश्वर जिले में 12 ग्रामीण मार्ग, देहरादून जिले में एक राज्य और सात ग्रामीण मार्ग, पिथौरागढ़ में एक बॉर्डर व 21 ग्रामीण मार्ग, अल्मोड़ा में एक ग्रामीण मार्ग, चंपावत जिले में चार ग्रामीण, हरिद्वार में दो और पौड़ी जिले में एक राज्य मार्ग और सात ग्रामीण मार्ग मलबा आने से बंद हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share