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यात्रियों से ग्रीन कार्ड व फिटनेस लाइसेंस के लिए अतिरिक्त शुल्क वसूलने के आरोप में दो गिरफ्तार

रुड़की । चारधाम पर जाने वाले यात्रियों से ग्रीन कार्ड फिटनेस लाइसेंस आदि के नाम पर शासन द्वारा निर्धारित शुल्क से अतिरिक्त शुल्क वसूलने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से प्रिंटर लैपटॉप एवं अन्य उपकरण बरामद किए हैं।उत्तराखंड शासन द्वारा चारधाम यात्रा के आने वाले यात्रियों की टैक्सी गाड़ियों हेतु ऑनलाइन ग्रीन कार्ड फिटनेस लाइसेंस की अनिवार्यता लागू की गई है। जिसको देखते हुए मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के नारसन स्थित आरटीओ चेक पोस्ट पर ऑनलाइन के माध्यम से ग्रीन कार्ड फिटनेस ही लाइसेंस बनाने का कार्य किया जा रहा है जिसमें शासन द्वारा निर्धारित शुल्क भी ऑनलाइन जमा किया जाता है। एसपी देहात परमेन्द्र डोबाल ने अपने दफ्तर में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया है कि चेक पोस्ट पर तैनात सहायक संभागीय अधिकारी कुलवंत सिंह चौहान ने मंगलौर कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि आरटीओ चेक पोस्ट नेशनल परिसर के आसपास ऑनलाइन माध्यम से ग्रीन कार्ड फीस,हिल लाइसेंस, फीस तथा मोटर वाहन कर जमा करने के नाम पर वाहन स्वामी व चालको से निर्धारित शुल्क से अधिक वसूले जा रहे हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और टीम का गठन किया गया। 16 मई को मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम द्वारा शाकुंभरी होटल के पास से आरोपी अनीश पुत्र सगीर अहमद निवासी सरबट गेट मुजफ्फरनगर को तीन ड्राइविंग लाइसेंस,तीन गाड़ी के फोटो स्टेट कागजात तथा 4500 नगदी के साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह मुजफ्फरनगर में पहले ऑनलाइन लाइसेंस कार्ड बनाने का कार्य करता था इसलिए मैं चार-पांच दिनों से चार धाम यात्रा को जाने वाले यात्रियों ग्रीन कार्ड ड्राइविंग हिल लाइसेंस बनाने के लिए नारसन बॉर्डर पर आने लगा और प्रत्येक गाड़ी से करीब 3 से ₹4000 मिल जाते हैं जिसमें से वह 15 सो रुपए साइबर कैफे वाले को देता है तो करीब 1000 रुपए लाइसेंस बनाने के लिए बिचौलियों को देता था इस प्रकार प्रत्येक गाड़ी में उसे 500 से 1000 मिल जाते थे पूछताछ पर उसने बताया कि चार-पांच दिनों में करीब 15 से 20 गाड़ियों के ग्रीन कार्ड फिटनेस लाइसेंस बनाए हैं। बरामद पैसे,लाइसेंस और कागजों के बारे में उसने बताया कि उसने दो-तीन दिन पहले पानीपत के यात्रियों के ग्रीन कार्ड फिटनेस के लाइसेंस बनाए थे उनसे 10000 रुपये लिए थे 5500 रुपए उपरोक्त कार्य में खर्च हो गए। उसने बताया कि पूर्व में चार पांच बार विक्की निवासी नारसन के माध्यम से पैसे जमा करवाये थे। पुलिस ने अनीस के बताए अनुसार आरोपी संजीव कुमार उर्फ विक्की पुत्र नरेंद्र सिंह निवासी खेड़ा जट्ट मंगलौर को हीरो होंडा एजेंसी नारसन आरटीओ चेक पोस्ट के सामने से कार्यालय पर दबिश देकर गिरफ्तार किया। आरोपी ने कार्ड फिटनेस, हिल लाइसेंस बनाने के लिए 1500 रुपए लिए जाने की बात स्वीकार की तथा प्रति गाड़ी पर 600 से 700 रुपये बच जाने की बात कही। आरोपियों ने बताया कि पुरकाजी बॉर्डर पर इस तरह के 15 से 20 लोग कार्य कर रहे हैं जिनमें से पुलिस कुछ के नाम नोट कर लिये हैं उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक मंगलौर राजीव रौथाण, उपनिरीक्षक रफत अली, बृजपाल सिंह, कॉन्स्टेबल सोवन सिंह, भास्कर, तेजेंद्र सिंह, जवाहर सिंह, पीआरडी आदेश कुमार और जल सिंह शामिल रहे। पूरे मामले की जानकारी एसपी देहात परमेन्द्र डोबाल ने अपने दफ्तर में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी।

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