भगवानपुर एसडीएम रही स्मृता परमार, प्रधान समेत 11 पर मुकदमा दर्ज, फर्जी प्रमाण पत्र के मामले में अदालत के आदेश पर हुआ मुकदमा दर्ज
भगवानपुर । भगवानपुर ब्लाक के सिकरौढ़ा गांव में प्रधान पद की उम्मीदवार ने जिला सत्र एवं न्यायाधीश एवं एससी, एसटी एक्ट कोर्ट के आदेश पर गांव की प्रधान, तत्कालीन उप जिलाधिकारी भगवानपुर समेत 11 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
अदालत के आदेश पर भगवानपुर थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में सिकरौढ़ा गांव निवासी मीनू ने बताया कि वह वर्ष 2022 में सिकरोढ़ा गांव से प्रधान पद की उम्मीदवार थी। वह अनुसूचित जाति से आती हैं। पीड़िता ने आरोप लगाया कि गांव में निर्वाचित हुई प्रधान पद की उम्मीदवार नीलम ने पूर्व में फर्जी तरीके से अपना स्थायी और जाति प्रमाण पत्र तैयार कराया था। फर्जी प्रमाण पत्र तैयार करने में उसकी सहायता तत्कालीन उप जिलाधिकारी स्मृता परमार, सेवानिवृत्त हो चुके तत्कालीन तहसीलदार सुशील कुमार, निर्वाचन अधिकारी कृष्ण सिंह चौहान, सहायक निर्वाचन अधिकारी गोपाल सिंह चौहान, पवन त्यागी लेखपाल सिकरौढ़ा क्षेत्र, इमरान अली पूर्व प्रधान सिकरौढ़ा, व ग्रामीण राजेश, रिजवान, शमीम, अफजाल आदि ने की थी।फर्जी तरीके से जाति प्रमाण व स्थायी प्रमाण पत्र की मदद से उसने प्रधान पद के लिए नामांकन किया था। पीड़िता ने आरोप लगाया कि वह फर्जी प्रमाण पत्रों की मदद से प्रधान पद का चुनाव जीती थी। पीड़िता ने इसकी शिकायत निर्वाचन अधिकारी और अन्य अधिकारियों से की थी, लेकिन किसी ने उसकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया था। परेशान होकर उसने जिला व सत्र न्यायाधीश की अदालत में प्रार्थना पत्र देकर इसकी गुहार लगाई थी। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि अदालत के आदेश पर पीड़ित मीनू की तहरीर पर भगवानपुर थाना पुलिस ने तत्कालीन उप जिलाधिकारी स्मृता परमार, सेवानिवृत्त हो चुके तत्कालीन तहसीलदार सुशील कुमार, निर्वाचन अधिकारी कृष्ण सिंह चौहान, सहायक निर्वाचन अधिकारी गोपाल सिंह चौहान, पवन त्यागी लेखपाल सिकरौढ़ा क्षेत्र, सिकरोढ़ा गांव की वर्तमान प्रधान नीलम, पूर्व प्रधान सिकरौढ़ा इमरान अली, ग्रामीण राजेश, रिजवान, शमीम, अफजाल पर आपराधिक षडयंत्र, कूट रचित, फर्जी प्रमाण पत्र तैयार करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।