भारतीय पशु अनुसंधान संस्थान ने बनाया पशुओं का सुपर फूड, दूध की नहीं होगी कमी, कई तरह के संक्रमण से करेगा बचाव
भारतीय पशु अनुसंधान संस्थान ने दुधारू पशुओं ( गाय भैंस आदि) के लिए एक फूड तैयार किया है। ये आहार इन पशुओं को संक्रामक बीमारियों से बचाएगा। साथ ही इनके दूध की गुणवत्ता में भी सुधार करेगा। पशुओं के लिए यह खाद्य पदार्थ जल्द ही बाजार में आने वाला है। केंद्रीय पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला की मौजूदगी में इस आहार को बनाने की तकनीक आईवीआाई ने एक कंपनी को ट्रांसफर कर दी है।
आईवीआरआई से मिली जानकारी के मुताबिक, यह खाद्य पदार्थ पशुओं की प्रजनन क्षमता, उनकी इम्यूनिटी और दूध देने की क्षमता में सुधार करेगा. पहले की तुलना में दूध की उत्पादकता बढ़ेगी। इस खाद्य पदार्थ में फाइटो-न्यूट्रिएंट्स हैं, जिसमें भरपूर मात्रा में पोषण होता है। ये फाइटो-न्यूट्रिएंट्स पौधों में होते हैं. पौधों से ही इसको तैयार किया गया है. इसमें कोई केमिकल भी नहीं होगा। यह आहार पशुओं को कई तरह के संक्रमण से बचाएगा। जिससे उनमें बीमारियों का खतरा भी कम हो जाएगा। जल्द ही ये सुपर फूड बाजार में आ जाएगा।
आईवीआरआई ने इस आहार को तैयार करने के लिए मैदानी क्षेत्र के पशुओं पर रिसर्च की थी। रिसर्च में पता चला है कि तैयार किया गया आहार पशुओं को कई तरह की बीमारियों से बचाताा है। इस सूपर फूड को चारे में मिलाकर पशुओं को खिलाया जा सकेगा। आईवीआरआई का दावा है कि यह आहार मौजूदा उपलब्ध आहारों की तुलना में ज्यादा एमिल फार्मास्यूटिकल्स के निदेशक डॉ. इक्षित शर्मा ने कहा कि इस आहार से पशुओं के दूध देने की क्षमता में इजाफा होगा। जिससे पशुपालक किसानों की इनकम बढ़ेगी। पशुओं की बीमारी पर होने वाला खर्च भी कम होगा। साथ ही उनके जीवन की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। किसानों की लागत कम और बचत ज्यादा होगी। इस आहार को दिन में केवल एक बार देने से ही पशुओं को काफी फायदा मिलेगा। बेहतर और प्रभावी है। इसको बनाने की तकनीक एमिल फार्मास्यूटिकल्स को दी गई है। जो इस आहार को बाजार में उतारेगा।