अरविंद कश्यप ने समर्थकों संग छोड़ी भाजपा, शहर की राजनीति में शुरू से ही करते रहे हैं प्रदीप बत्रा का विरोध और हमेशा लगाते रहे हैं दो दलों की राजनीति करने का आरोप
रुड़की । भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अरविंद कश्यप ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। आरोप लगाया कि भाजपा ने कश्यप समाज को सदैव निराश करने का कार्य किया है। दावा किया उनके साथ हजारों समर्थक भी निराश हुए हैं। कहा कि अब वह कांग्रेस प्रत्याशी को सपोर्ट करेंगे। रुड़की के सिविल लाइंस में रविवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए प्रांतीय उधोग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष एवं भाजपा नेता अरविंद कश्यप ने कहा कि वह 1990 से भाजपा के सक्रीय सदस्य रहे हैं और इस दौरान विभिन्न दायित्वों पर रहकर संगठन को मजबूत करने का कार्य किया है लेकिन भाजपा संगठन ने कहा कि भाजपा ने सदैव कश्यप समाज की उपेक्षा की। खनन के पट्टे और मत्स्य विभाग सदैव कश्यप समाज को दिया जाता था लेकिन भाजपा सरकार में यह पद भी अन्य समाज के लोगों को देने का काम किया है कहा कि समाज की अनदेखी को देखते हुए वह अपने पद और भाजपा संगठन की सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। अरविंद कश्यप ने दावा किया कि उनके साथ हजारों समर्थक भी अब भाजपा पार्टी का साथ नही देंगे। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही कांग्रेस में शामिल होंगे और कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे।इस अवसर पर व्यापार मंडल के महामंत्री कमल चावला, राहुल कश्यप, जयभगवान कश्यप, निखिल कश्यप, सतीश कश्यप आदि लोग मौजूद रहे। जानकारी के लिए बता दें कि अरविंद कश्यप ने हमेशा दो दिलों की राजनीति की है वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने भाजपा प्रत्याशी एवं विधायक प्रदीप बत्रा का समर्थन करने के बजाए कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश जैन के लिए जीत के समीकरण बनाने के हरसंभव प्रयास किए थे। मेयर के चुनाव में भी वह खुलकर यशपाल राणा के समर्थन में रहे थे। बात दीगर है कि यशपाल राणा चुनाव हार गए थे। इससे पूर्व के चुनाव में भी उन्होंने निर्दलीय यशपाल राणा का ही समर्थन किया था।वर्ष 91 और 93 के साथ ही वर्ष 1996 के विधान सभा चुनाव में भी उन्होंने डॉ विकसित के मुकाबले राम सिंह सैनी को समर्थन किया था। व्यापार मंडल के चुनाव में उन्हें यशपाल राणा ने सपोर्ट किया था।