ऋण वसूली में पिछड़ रहे बैंक प्रबंधकों को फटकार लगी, 31 मार्च तक बकाया वसूली प्रगति में सुधार किए जाने की हिदायत दी
हरिद्वार । रविवार को जिला सहकारी बैंक हरिद्वार के रुड़की स्थित मुख्यालय में अध्यक्ष प्रदीप कुमार एवं सचिव / महाप्रबंधक राम यज्ञ तिवारी द्वारा शाखाओं के निक्षेप, एन०पी०ए० वसूली एवं अन्य बैंक कार्यो की समीक्षा की। जिसमें जिला सहकारी बैंक लिमिटेड हरिद्वार की 26 शाखाओं के शाखा प्रबंधक सम्मिलित हुए । सर्वप्रथम बैठक में एन०पी०ए० ऋणों की वसूली की समीक्षा की गई। समीक्षा में पाया गया कि कई शाखाओं द्वारा एन०पी०ए० ऋणों की वसूली हेतु बैंक मुख्यालय द्वारा दिए गए लक्ष्यों के अनुरूप नहीं किया जा रहा है। उक्त के संबंध में अध्यक्ष एवं सचिव / महाप्रबंधक द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई तथा चेतावनी देते हुए शाखा प्रबन्धकों को निर्देशित किया गया कि दिनांक 31 मार्च तक न्यूनतम 50 प्रतिशत एनपीए वसूली करना सुनिश्चित करें अन्यथा की स्थिति में संबंधितों के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी ।
बैठक में बैंक के निक्षेप लक्ष्यों की शत प्रतिशत पूर्ति हेतु शाखाओं को निर्देशित किया गया है। निक्षेप वृद्धि हेतु सावधि निक्षेपों पर ब्याज दर में वृद्धि की गई है जो 20 मार्च (आज )से लागू होंगी, जो इस प्रकार है- 1 वर्ष के लिए सावधि निक्षेप हेतु ब्याज दर 7 प्रतिशत तथा 2 वर्ष के लिए सावधि निक्षेप हेतु ब्याज दर 7.25 प्रतिशत निर्धारित की गई है। बैठक में सचिव / महाप्रबंधक द्वारा यह भी निर्देशित किया गया कि सरकार द्वारा चलाई जाए जा रही योजनाओं के अंतर्गत प्राप्त पत्रावलियों का 31 मार्च तक शत प्रतिशत निस्तारण करना सुनिश्चित करें तथा एकमुश्त समाधान योजना का अधिक से अधिक प्रचार कर बैंक के संदिग्ध खातों की वसूली करना सुनिश्चित करें । उक्त समीक्षा बैठक में विश्वविजय सिंह, उप-महाप्रबन्धक (पैक्स), सी० एम० गुसाई, उप-महाप्रबन्धक (लेखा), कमल कृष्ण उप-महाप्रबन्धक एवं जिला सहकारी बैंक लि० हरिद्वार के समस्त शाखा प्रबन्धक एवं मुख्यालय के समस्त कर्मचारी / अधिकारी उपस्थित रहें । जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा है कि बैंकों में डिपॉजिट बढ़ाया जाए और अधिक से अधिक लोगों को बैंक से जोड़ा जाए।