उत्तराखंड में घर बनना हुआ मंहगा, ईंट, रेत-बजरी के दाम बढ़े, पढ़िए पूरी खबर…..
देहरादून । उत्तराखंड में खनन सामग्री महंगी होने के साथ घर बनाना भी महंगा होता जा रहा है। दूसरे प्रदेशों से सप्लाई बंद होने और ओवरलोडिंग पर सख्ती से कई जिलों में रेत-बजरी की सप्लाई प्रभावित हुई है। इसका सीधा असर कीमतों पर पड़ा है। देहरादून में बजरी चार सौ रुपये टन, जबकि रेत सात सौ रुपये टन तक महंगा हो गया है। प्रदेशभर में रेत-बजरी की कीमतों में एक महीने में औसतन 20 से 40 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है। ईंट के रेट में भी इजाफा हुआ है।
देहरादून में हिमाचल से रेत-बजरी की सप्लाई लगभग बंद है। हरिद्वार, डोईवाला आदि क्षेत्रों से यहां आपूर्ति हो रही है। कांट्रेक्टर प्रकाश जायसवाल और सप्लायर अंकुर सिंह ने बताया कि देहरादून में लंबे समय से रेत-बजरी का संकट है। इस वक्त 20 टन बजरी का ट्रक 27 हजार रुपये तक पहुंच गया है, ये पहले 18 से 19 हजार रुपये का था। वहीं 20 टन रेत के एक ट्रक की कीमत 16 हजार रुपये से करीब 87 फीसदी बढ़कर 30 हजार रुपये टन हो गई है। इस तरह एक महीने में एक कुंतल बजरी 35 से 40 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। रेत 80 रुपये कुंतल से बढ़कर 150 रुपये कुंतल तक बिक रही है। ईंट के दाम भी पांच सौ रुपये तक बढ़े हैं। पहले एक हजार ईंट 64 सौ रुपये की थी, जो अब सात हजार रुपये में मिल रही हैं।
एक माह पहले हरिद्वार में रेत 60 रुपये कुंतल की दर से मिल रही थी। जो अब 75 रुपये कुंतल की दर पर है। बजरी भी एक माह पहले 55 रुपये कुंतल थी। अब बढ़कर 70 रुपये कुंतल पहुंच गई है। 20 टन भार ढोने वाले ट्रक मालिक 25 रुपये कुंतल की दर के साथ ट्रक का किराया अलग से लेते हैं। एक हजार ईंट के रेट में भी 12 सौ रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है। वर्तमान में 7200 रुपये की 1000 ईंटें मिल रहीं हैं।