सीधी भर्ती में पहला पद अनुसूचित जाति को देने पर सरकार का आभार जताया, प्रमोशन में आरक्षण समाप्त करने पर झबरेड़ा विधायक ने साधी चुप्पी
हरिद्वार । झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने कैबिनेट के फैसले और सीधी भर्ती में पहला पद अनुसूचित जाति को देने पर सरकार का आभार जताया है, लेकिन उन्होंने प्रमोशन में आरक्षण समाप्त करने पर चुप्पी साध ली। हालांकि विधायक कर्णवाल ने कहा कि उन्होंने इस पर भी विधानसभा के सत्र में चर्चा के लिए संकल्प पत्र लगाया है। फिलहाल वह इस मामले में कुछ नहीं बोलेंगे। शुक्रवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में विधायक देशराज कर्णवाल ने कहा कि राज्य सरकार ने कैबिनेट से अनुसूचित जाति, जनजाति के आरक्षण में पुरानी रोस्टर प्रणाली को बहाल किया है। इसके अनुसार अब सीधी भर्ती में अनुसूचित जाति को पहला पद दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से प्रदेश के समुचित अनुसूचित जाति और जनजाति के वर्ग के युवाओं को नौकरी पाने के अच्छे अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजकर कैबिनेट से इसे बहाल करने की मांग की थी, लेकिन विधायक ने राज्य सरकार की ओर से प्रमोशन में आरक्षण समाप्त करने के निर्णय पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रमोशन में आरक्षण पूर्व की कांग्रेस और बसपा सरकार ने ही समाप्त किया था। वह और उनकी पत्नी उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार में भी इसके लिए आंदोलन किया। जिसके मुकदमे वह आज तक झेल रहे हैं, लेकिन वह सरकार के इस निर्णय पर अभी कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। इस मौके पर पार्षद अनिरुद्ध भाटी, विनीत जौली, नेपाल सिंह, राजेंद्र कटारिया आदि मौजूद रहे।