संत शिरोमणि गुरु रविदास ने भेदभाव दूर करने के लिए भारत में अवतार लिया था: ममता राकेश, भगवानपुर क्षेत्र में रविदास जयंती पर विभिन्न गांवों में कार्यक्रम किए गए आयोजित, बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं भगवानपुर विधायक
भगवानपुर । क्षेत्र के मानकपुर आदमपुर, भलस्वागाज, खानपुर, खेलपुर, छांगामजरी, हाल्लूमजरा, धीरमजरा समेत कई गांवों में रविदास जयंती के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किए गये। बतौर मुख्य अतिथि भगवानपुर विधायक ममता राकेश शामिल हुई। उन्होंने पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने कहा कि संत रविदास ने भेदभाव दूर करने के लिए भारत में अवतार लिया था।
रविदास भारत में 15वीं शताब्दी के एक महान संत, दर्शनशास्त्री, कवि, समाज-सुधारक और ईश्वर के अनुयायी थे। वो निर्गुण संप्रदाय अर्थात् संत परंपरा में एक चमकते नेतृत्वकर्ता और प्रसिद्ध व्यक्ति थे तथा उत्तर भारतीय भक्ति आंदोलन को नेतृत्व देते थे। ईश्वर के प्रति अपने असीम प्यार और अपने चाहने वाले, अनुयायी, सामुदायिक और सामाजिक लोगों में सुधार के लिये अपने महान कविता लेखनों के जरिये संत रविदास ने विविध प्रकार की आध्यात्मिक और सामाजिक संदेश दिये। वो लोगों की नजर में उनकी सामाजिक और आध्यात्मिक जरुरतों को पूरा करने वाले मसीहा के रुप में थे। आध्यात्मिक रुप से समृद्ध रविदास को लोगों द्वारा पूजा जाता था। हर दिन और रात, रविदास के जन्म दिवस के अवसर पर तथा किसी धार्मिक कार्यक्रम के उत्सव पर लोग उनके महान गीतों आदि को सुनते या पढ़ते है।