भाजपा की लिस्ट जारी होते ही बगावत शुरू, कई नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की, पार्टी पर लगाया दगाबाजी का आरोप

देहरादून । उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने गुरुवार को उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। जिसमें 59 प्रत्याशियों के नामों का एलान किया गया है। वहीं इस बार करीब 10 नेताओंं के टिकट कटे हैं। उनमें से कुछ ने बगावत कर दी है। कर्णप्रयाग विधानसभा से टिकट न मिलने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता टीका प्रसाद मैखुरी ने पार्टी के विरोध में चुनाव लड़ने का एलान किया है। टिकटों के एलान के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर बगावत कर दी है। उन्होंने पार्टी पर दगाबाजी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि मेरे साथ पार्टी ने लगातार धोखा और अन्याय किया है। जिसका प्रतिशोध जनता और मेरे मन में है। मैंने हमेशा पार्टी को अपनी मां के समान समझकर काम किया है। कभी पार्टी से दगाबाजी नहीं की है, लेकिन जिन लोगों ने पार्टी के साथ दगाबाजी की और पार्टी का विरोध किया, उन्हें पार्टी ने आगे किया। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व दर्जाधारी जगवीर सिह भंडारी ने यमुनोत्री विधान सभा क्षेत्र से भाजपा के अधिकृति प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा में निष्ठावान और जमीन से जुडे़ हुए कार्याकर्ताओं की पहचान की कमी है। मेरे साथ हर बार धोखा किया जाता है। वह यमुनोत्री विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लडे़ंगे। जगवीर भंडारी ने 2012 में यमुनोत्री विधान सभा क्षेत्र से भाजपा पार्टी से चुनाव लड़ा था, जिसमें इन्हें 12680 वोट मिले थे। देवप्रयाग विधानसभा सीट से सीटिंग विधायक विनोद कंडारी का नाम भाजपा प्रत्याशी के तौर पर घोषित होने पर टिकट के दौड़ में आगे माने जा रहे पूर्व प्रमुख मगन सिंह बिष्ट ने तीखी प्रतिक्रिया जताई। उन्होंने टिकट बंटवारे में धन-बल का आरोप लगाते हुए कहा कि वह जन आकांक्षाओं के अनुरूप विधान सभा चुनाव में खड़े होंगे व इसका जबाब देंगे।पूर्व प्रमुख ने कहा कि पैनल में सबसे ऊपर उनका नाम था, बावजूद इसके पार्टी के कुछ प्रमुख पदाधिकारियों द्वारा सीटिंग विधायक को तरजीह दी गई। टिकट कटने से नाराज पूर्व प्रमुख बिष्ट सीटिंग विधायक पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि अपने चहेतों व रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए विधायक ने सभी सीमाएं पार कर दी हैं। उन्होंने कहा कि देवप्रयाग सीट पर टिकट की सौदेबाजी हुई है। क्षेत्रीय जनता क्षेत्रीय व्यक्ति का साथ देकर उनको विजय बनाएगी। भाजयुमो के पूर्व प्रदेश सचिव सूरज घिल्डियाल ने डॉ. धन सिंह रावत को टिकट मिलने और डॉ. हरक सिंह रावत को पार्टी से निष्कासित किए जाने के विरोध में भाजपा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने अपना त्यागपत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष को भेज दिया है। घिल्डियाल ने कहा कि भाजपा ने डॉ. रावत को जिस प्रकार पार्टी से अपमानित कर मंत्रिमंडल और पार्टी से निष्कासित किया है, उससे वह आहत हैं। उन्होंने स्थानीय विधायक डॉ. धन सिंह रावत पर युवाओं और क्षेत्र की उपेक्षा का भी आरोप लगाया। भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री बलवीर घुनियाल को थराली विधानसभा सीट से टिकट न मिलने पर उन्होंने इसे कार्यकर्ताओं की उपेक्षा बताते हुए नाराजगी जताई। कहा कि इससे लंबे समय से पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं का मनोबल कम हुआ है।
थराली विधानसभा सीट में पिंडर थराली, देवाल, नारायणबगड़ तथा घाट ब्लॉक शामिल है। बलवीर घुनियाल 2007 से टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को भाजपा ने 59 प्रत्याशियों की घोषणा की, जिसमें थराली सीट से भूपालराम टम्टा का नाम शामिल है। पार्टी की ओर से भूपालराम टम्टा को अपना प्रत्याशी बनाए जाने पर पार्टी के प्रदेश मंत्री बलवीर घुनियाल ने कहा कि वर्ष 2017 में भी उनका टिकट अंतिम समय में काट दिया गया। इस बार भी उनका टिकट अंतिम समय में काट दिया गया। उन्होंने कहा कि भूपाल राम टम्टा 2018 में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए। पार्टी अगर ऐसा करेगी तो भाजपा से कार्यकर्ता कैसे जुड़ेंगे। कांग्रेस से आए व्यक्ति को टिकट देना कार्यकर्ताओं की उपेक्षा है।

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