शून्य परछाई दिवस के शोध में शामिल हुआ उत्तराखंड का एकमात्र के. एस. ए. विज्ञान क्लब, नापी पृथ्वी की परिधि
भगवानपुर । विज्ञान क्लब कोऑर्डिनेटरों के द्वारा पूरे भारत में पृथ्वी की परिधि को नापने के लिए 12 मई से 14 मई तक शोध किया गया। इसी क्रम में आज उत्तराखंड के भगवानपुर क्षेत्र के खूब्बनपुर ग्राम में स्थित के0 एस0 ए0 विज्ञान क्लब द्वारा बृहस्पतिवार सुबह 11:00 बजे से 1:00 बजे तक यह शोध कार्य किया गया और धरती कि परिधि का आंकलन किया गया, क्योंकि आज तेलंगाना के बोधान जगह पर शून्य परछाई की खगोलीय घटना घटित हुई। विज्ञान समन्वयक एवं प्रधानाचार्य डॉ विनेश कुमार ने बताया कि कर्क रेखा से भूमध्य रेखा के बीच व भूमध्य रेखा से मकर रेखा के बीच आने वाले स्थान पर साल में दो बार शून्य छाया दिवस आता है। इस दौरान भूमध्य रेखा से दक्षिण में 23.5 डिग्री अक्षांश पर स्थित मकर रेखा पर मौजूद कई स्थानों पर सूर्य की किरणें सीधे पड़ती हैं। तब उस जगह पर दोपहर के समय किसी भी वस्तु की छाया नहीं बनती है । उन्होंने बताया कि विज्ञान प्रसार भारत सरकार द्वारा पूरे भारत में विपनेट कलबों के माध्यम से यह शोध गतिविधि करवाई गई जिसमें पृथ्वी का अनुमानित आकार और उसकी परिधि को जानने का प्रयास किया गया। इस प्रयोग द्वारा के एस ए विज्ञान क्लब खूब्बनपुर द्वारा पृथ्वी की परिधि 38310.74 किलोमीटर आंकी गई जो धरती की वास्तविक परिधि के काफी निकट है। इस प्रकार की प्रयोगों द्वारा हमें यह सीखने को मिला कि लॉक डाउन होने पर भी कैसे हम कम संसाधनों का उपयोग करके भी बड़े वैज्ञानिक प्रयोग कर सकते हैं।
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