इकबालपुर चीनी मिल प्रबंधन और किसानों के बीच समझौता, मिल चालू, चार दिन चीनी मिल बंद होने से करीब बीस करोड़ का नुकसान
इकबालपुर । इकबालपुर चीनी मिल प्रबंधन और किसानों के बीच शनिवार से बना गतिरोध लिखित समझौते के बाद समाप्त हो गया। मिल को चालू कर दिया गया है। किसानों ने इकबालपुर चीनी मिल प्रबंधन पर नकद गन्ना खरीदने एवं बाहर का गन्ना लेने का आरोप लगाते हुए शनिवार को चीनी मिल को बंद करा दिया था। साथ ही चीनी मिल के अंदर ही अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया था। मिल प्रबंधन की ओर से आठ किसानों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज करवा दिए थे। प्रशासन ने कई बार गतिरोध को समाप्त करने की कोशिश की लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़े रहे। दूसरे गुट के किसान भी मिल चालू करवाने को लेकर लामबंद होना शुरू हो गए थे। इससे टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। इसी बीच मंगलवार को धरना दे रहे किसानों के बीच किसान आयोग के अध्यक्ष राकेश राजपूत, बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के अध्यक्ष नरेश बंसल, विधायक ममता राकेश, जिला पंचायत सदस्य सुबोध राकेश पहुंचे। वार्ता में तय हुआ कि चीनी मिल प्रबंधन पहले जनवरी माह में पेराई सत्र 2017-18 का भुगतान करेगी। इसके अलावा किसी को भी मिल से गन्ना पर्ची नहीं देगी। गन्ना समितियों के माध्यम से गन्ने की पर्चियां जारी की जाएंगी। इस मौके पर मांगेराम चौधरी, योगेश त्यागी, पवन त्यागी, अनिल चौधरी आदि मौजूद रहे। वहीं समझौता होने के बाद शाम चार बजे से चीनी मिलन चालू हो गई।