500 वर्षों के वनवास के बाद भव्य मंदिर में विराजमान होंगे रामलला: रचित अग्रवाल
भगवानपुर । नगर की रविदास बस्ती में अयोध्या से आए पूजित अक्षत को हर हिंदू के घर में वितरित किए गए। इस दौरान रामभक्तों ने उत्साह के साथ सभी को अयोध्या जाने व 22 जनवरी को दीपावली उत्सव की तरह मनाने की अपील करते हुए जय श्री राम का उद्घोष किया। रामभक्त रचित अग्रवाल ने कहा कि 500 वर्ष के वनवास के बाद प्रभुश्रीराम को अपने जन्मस्थान पर दिव्य-भव्य भवन मिल पा रहा है। मुगल आक्रांताओ द्वारा ध्वस्त किये गए राम जन्म स्थान पर आज भव्य मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। पूरे विश्व में उमंग का वातावरण है। चारों ओर मंगल गीत,भजन उत्साह की अनुभूति हो रही है। लोग स्वतः ही इस महाअभियान का हिस्सा बन रहे है। प्रत्येक जनमानस आनन्द के इन क्षणों को व्यर्थ नही जाने देना चाहता। वह अपनी ओर से इस आनन्दित पर्व को जीना चाहता हैं। उन्होंने बताया कि आयोध्या जी मे सन्तों द्वारा अक्षतों को पूज कर सभी स्थानों पर भेजे गए है। जिन्हें भगवानपुर नगर की टोली द्वारा घर-घर जाकर वितरित किया जा रहा है। इस मौके पर डॉ अंकुर सैनी, धर्म सिंह, संदीप , धर्मेश, कृष्णा अग्रवाल, सानिध्य कौशिक, विक्की पंडित, अनिल पंडित आदि मौजूद रहे।