जयकारों के साथ हुआ श्री झंडे जी का आरोहण, महंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में 14 मार्च को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा निकाली जाएगी
देहरादून। दरबार साहिब में आज रविवार को ऐतिहासिक श्री झंडे जी का आरोहण हुआ। सुबह सात बजे से पुराने झंडेजी को उतारने की प्रक्रिया शुरू हुई। दोपहर दो बजे से चार बजे के बीच दरबार साहिब के सज्जादानशीन महंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में श्री झंडेजी की आरोहण प्रक्रिया चली।
जिसके बाद शाम 4 बजकर 10 मिनट पर झंडे जी का आरोहण हुआ। इस दौरान पूरा दरबार साहिब संगत के जय जयकार से गूंज उठा। इस बार श्री झंडेजी पर दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का मौका पंजाब के परिवार को मिला। परिवार की सुख-समृद्धि के लिए संसार सिंह ने 30 साल पहले श्री झंडेजी पर गिलाफ चढ़ाने की मन्नत मांगी थी । इस बार श्री झंडेजी पर दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का मौका पंजाब के परिवार को मिला। परिवार की सुख-समृद्धि के लिए संसार सिंह ने 30 साल पहले श्री झंडेजी पर गिलाफ चढ़ाने की मन्नत मांगी थी। संसार सिंह इस समय अपनी बेटी के पास अमेरिका में हैं। उन्हें जब पता चला कि इस बार गिलाफ चढ़ाने के लिए उनके परिवार का नंबर आया है तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने अमेरिका से ही झंडे जी के आरोहण का लाइव प्रसारण देखा।
महंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में 14 मार्च को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा निकाली जाएगी। नगर परिक्रमा सुबह 7:30 बजे से शुरू होगी। इसमें 25 हजार से अधिक संगतें शामिल होंगी। नगर परिक्रमा सहारनपुर चौक, कांवली रोड होते हुए श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, बिंदाल पहुंचेगी। यहां संगत को चने, मुरमुरे और गुड़ का प्रसाद वितरित किया जाएगा। यहां से तिलक रोड, टैगोर-विला, घंटाघर, पलटन बाजार होते हुए लक्खीबाग पुलिस चैकी से रीठा मंडी, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल बांबे बाग पहुंचेगी। इसके बाद ब्रह्मलीन श्रीमहंत साहिबान के समाधि स्थल पर मत्था टेकने के बाद सहारनपुर चौक होते हुए दोपहर 12 बजे नगर परिक्रमा श्री दरबार साहिब पहुंचकर संपन्न होगी।
30 मार्च रामनवमी तक चलेगा मेला
हर वर्ष होली के पांचवें दिन दरबार साहिब में झंडेजी के आरोहण के साथ मेला शुरू होता है। 30 मार्च रामनवमी तक मेला चलेगा। बीते तीन-चार दिनों से उत्तराखंड के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से संगत का दरबार साहिब पहुंचने का सिलसिला जारी है।
श्री दरबार साहिब श्री झंडेजी मेला आयोजन समिति की ओर से शनिवार देर शाम तक सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। आज नित्य पूजा-क्रम के बाद दरबार साहिब के सज्जादा गद्दीनशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज ने संगतों को दर्शन देकर उन्हें गुरु महाराज के बताए रास्ते पर चलने का संदेश देंगे।