मकर सक्रांति पर हरिद्वार में उमड़ा आस्था का सैलाब, लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई पुण्य की डुबकी

हरिद्वार । मकर संक्रांति पर्व पर हरिद्वार के साथ ही ऋषिकेश के गंगाघाटों और नदी तट पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के साथ ही पूजा अर्चना, दान कर पुण्य अर्जित किया। हरिद्वार में हर की पैड़ी पर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की हुई थी। सूर्य देवता के दक्षिणायन से उत्तरायण होने पर होने वाले मकर संक्रांति स्नान को सभी गंगा स्नान में प्रमुख माना जाता है। इस बार कई स्थानों पर यह पर्व 15 जनवरी को भी मनाया जाएगा। इसके बावजूद हरिद्वार और ऋषिकेश में सुबह से ही स्थान करने वालों की भीड़ गंगा तटों पर उमड़ने लगी। भारी ठंड होने के बावजूद इस स्नान पर सबसे अधिक भीड़ जुटती है। यही कारण यहा कि मंगलवार तड़के से ही घने कोहरे और ठंड के बावजूद हरिद्वार के गंगा घंटों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। ज्योतिषाचार्य त्रिपुरारी झा के अनुसार मंगलवार सुबह 7 बज कर 25 मिनट से ही पुण्य काल शुरू हो गया। जो रात 1:20 तक चलेगा। इसलिए सोमवार से ही लोग हरिद्वार पहुंचने लगे थे। रात भर से लोगों के डग हरकी पैड़ी की ओर बढ़ते रहे। तमाम लोगों ने तो पुण्य काल का इंतजार किए बिना ही ब्रह्म मुहूर्त से स्नान शुरू कर दिया था। दिन चढ़ने के साथ भीड़ बढ़ने लगी। स्नान के चलते हरकी पैड़ी, सर्वानंद घाट, बिरला घाट, लवकुश घाट, विश्वकर्मा घाट, प्रेमनगर आश्रम घाट आदि घाटों पर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा रहा। सनातनी मान्यता के अनुसार श्रद्धालुओं ने गंगा पूजन और गंगा अभिषेक भी किया। स्नान के बाद हरिद्वार के मंदिरों के दर्शन और पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी रही। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने तिल गुड़ वस्त्र आदि का दान किया। साथ में खिचड़ी भोग भी लगाया। मकर संक्रांति पर्व के साथ ही हिंदुओं में मांगलिक और शुभ कार्यों की शुरुआत भी हो गई। ज्योतिषाचार्य की मान्यता के अनुसार मकर संक्रांति स्नान का पुण्य काल बुधवार को होने के कारण मकर संक्रांति स्नान बुधवार को भी होगा।

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