सीजीएसटी अधीक्षक दस हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, आरोपी कारोबारी की पत्नी के नाम से दर्ज फर्म के बंद पड़े जीएसटी नंबर को एक्टिवेट करने के लिए मांग रहा था 15 हजार रुपए

देहरादून । रुद्रपुर स्थित केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) कार्यालय के अधीक्षक को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते सीबीआई ने ट्रैप किया है। आरोपी एक कारोबारी की पत्नी के नाम से दर्ज फर्म के बंद पड़े जीएसटी नंबर को एक्टिवेट करने के लिए 15 हजार रुपये मांग रहा था। बाद में दस हजार रुपये लेने को राजी हुआ। गिरफ्तारी कर आरोपी को देहरादून लाकर स्पेशल सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया। वहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। रुद्रपुर के श्री कस्तुरी वाटिका, बिगवाड़ा निवासी मुकेश कुमार ने सीबीआई को शिकायत की। उनकी पत्नी सुचि सिग्नेचर इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन नाम की फर्म चलाती हैं। यह फर्म जनता इंटर कॉलेज रोड रुद्रपुर पर स्थित है। सुचि की यह फर्म प्लास्टिक उत्पाद और प्लास्टिक वेस्ट का कारोबार करती है। इसकी निगरानी मुकेश कुमार करते हैं। इस फर्म का गत 24 जनवरी को जीएसटी नंबर कैंसिल हो गया। इसके बाद से वह कोई कारोबार नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में उन्होंने रुद्रपुर स्थित सीजीएसटी के डिप्टी कमिश्नर ऑफिस में तैनात कार्यालय अधीक्षक योगेश अग्रवाल को प्रार्थनापत्र दिया। पहले तो मुकेश कुमार उन्हें टालने लगे। बाद में कहा कि उनका जीएसटी नंबर एक्टिवेट हो जाएगा। इसके लिए 15 हजार रुपये रिश्वत देनी होगी। रिश्वत के साथ उन्होंने अन्य दस्तावेज भी मांगे। बात करने पर रिश्वत की रकम 10 हजार रुपये कर दी गई। दस्तावेज और रिश्वत की रकम लेकर योगेश अग्रवाल ने उन्हें सोमवार को ऑफिस में बुलाया था। मुकेश कुमार रिश्वत नहीं देना चाहते थे। ऐसे में उन्होंने सीबीआई के देहरादून कार्यालय को शिकायत कर दी। सीबीआई ने प्राथमिक जांच में शिकायत सही पाई और आरोपी की गिरफ्तारी को टीम रवाना कर दी। सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक योगेश अग्रवाल को मुकेश कुमार से रिश्वत लेते टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया।

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