चैंपियन और कर्णवाल के बीच बढ़ रही है तकरार, एक साल से दोनों के बीच किसी ना किसी बात को लेकर हो रहा है विवाद
रुड़की । खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। पिछले 1 साल से किसी न किसी बात को लेकर इन दोनों विधायकों के बीच विवाद होता रहता है। इस दौरान कुछेक मौकों पर मेल मिलाप भी हुआ। दोनों विधायकों ने एक दूसरे से अच्छे रिश्ते की बात भी कही। लेकिन जैसे ही आठ दस दिन शांतिपूर्ण ढंग से गुजरते हैं तो उसके तत्काल बाद फिर से विवाद शुरू हो जाता है। दोनों विधायक भाजपा के है। पर इन दोनों विधायकों पर ही भाजपा हाईकमान का कोई नियंत्रण नहीं है। लोकसभा चुनाव से पहले यह दोनों विधायक एक दूसरे के खिलाफ इस तरह आक्रामक हुए थे कि क्षेत्र का माहौल ही खराब हो गया था। एकबारगी तो तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी और पुलिस को बार-बार हस्तक्षेप करना पड़ा था। दरअसल,इन दोनों विधायकों के बीच कोई राजनीतिक लड़ाई नहीं है। हुआ यह था कि पिछले वर्ष खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन अचानक प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर हमलावर हो गए । उन्होंने जैसे सीएम के खिलाफ मोर्चा खोला तो झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के खिलाफ मैदान में डटे। इससे दोनों के बीच लंबे समय तक वॉक युद्ध हुआ और मुकदमें बारिश शुरू हो गई। मामला शांत होता भी तो कुछ लोगों ने शांत नहीं होने दिया। कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के जानकार लोगों ने झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के जाति प्रमाण पत्र की वैधता पर सवाल उठाते हुए नैनीताल हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। हाईकोर्ट ने शासन को प्रमाण पत्र की जांच के लिए लिखा तो शासन ने प्रमाण पत्र को सही ठहराया। इससे कुछ दिनों के लिए मामला शांत हुआ । लेकिन अब तीन-चार दिन पहले फिर से एक व्यक्ति के द्वारा झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल को शासन द्वारा प्रमाण पत्र के मामले में दी गई क्लीन चिट के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी ।जिसमें हाईकोर्ट ने देशराज कर्णवाल को नोटिस भेजा है। शासन से भी संबंध में जवाब मांगा है। आज झबरेड़ा विधायक ने खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया। झबरेड़ा विधायक ने कहा कि खानपुर विधायक ने उनके प्रति जातिसूचक रंगभेद टिप्पणी की है। उन्हें व उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी है जिससे कि उनका पूरा परिवार दहशत में है। पर राजनीतिक जानकारों का मानना है कि झबरेड़ा विधायक ने जो मुकदमा दर्ज कराया है वह अपनी जगह सही हो सकता है । लेकिन इसके पीछे सबसे बड़ी वजह नैनीताल हाईकोर्ट ने प्रमाण पत्र संबंधित दायर की गई ताजा याचिका ही है। झबरेड़ा विधायक के समर्थकों का मानना है कि जो अब नए सिरे से याचिका दायर कराई गई है उसके पीछे खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का ही हाथ है। बता दें कि खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के समर्थक झबरेड़ा विधायक से इसलिए नाराज हैं कि वह मानते हैं कि कर्णवाल की वजह से ही खानपुर विधायक भाजपा से निष्कासित चल रहे हैं। पार्टी हाईकमान ने जो हो कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को 6 साल के लिए निष्कासित कर रखा है। वह देशराज कर्णवाल की झूठी शिकायतों के आधार पर ही कर रखा है। जबकि पार्टी से जुड़े कुछ नेताओं का कहना है कि जब दोनों विधायकों के बीच जबर्दस्त खींचतान वाक युद्ध चल रहा था तो उसी बीच खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने उत्तराखंड के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की। जिस कारण उन्हें पार्टी से निष्कासित होना पड़ा। बहरहाल, दोनों विधायकों के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। मुकदमेबाजी हो रही है। खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन वर्ष 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे और वर्ष 2017 में वह भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़े व जीते। झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल भी मूलत: भाजपाई नहीं है। वह भी एक दशक से ही भाजपा के सक्रिय राजनीति में हैं। दिलचस्प बात यह है कि जब भी कोई चुनाव होता है तो इन दोनों विधायकों के बीच टकराव शुरू हो जाता है। अब कोटवाल आलमपुर जिला पंचायत सदस्य सीट पर उपचुनाव हो रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए भी 16 को मतदान होना है तो यह दोनों विधायक पहले की तरह आमने-सामने आ गए हैं।