मातृत्व अवकाश बढ़ाना महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम, समाजसेविका मनीषा बत्रा ने उत्तराखंड सरकार के निर्णय को सराहा

रुड़की । समाजसेविका मनीषा बत्रा ने उत्तराखंड सरकार के 32 हजार से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं को मानदेय सहित 180 दिन का मातृत्व अवकाश दिए जाने के निर्णय की सराहना की है । उन्होंने कहा है कि भाजपा राज्य सरकार का महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है। इस निर्णय पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनकी सरकार की तारीफ होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही हैं । जिसमें उत्तराखंड की राज्य सरकार भी इस अभियान को लगातार आगे बढ़ा रही है। समाजसेविका मनीषा बत्रा ने कहा कि राज्य में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को अभी तक मानदेय सहित 135 दिन का मातृत्व अवकाश दिया जाता है। लेकिन अब सरकार ने इसमें 45 दिन का इजाफा कर दिया है। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण महिला जागरूक को समिति की सचिव अंजू चौहान और उपाध्यक्ष नीलिमा ने कहा है कि सरकार के इस फैसले से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की एक बड़ी मांग पूरी हो गई है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि राज्य सरकार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं की अन्य मांगों को भी पर भी जल्द सहानुभूति पूर्वक विचार करेगी। ग्रामीण महिला जागरूक समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री और सहायिकाएं ग्रामीण अंचल में शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य तमाम योजनाओं को संचालित करने में हर संभव मदद कर रही है। आज जो ग्रामीण अंचल में साक्षरता का दर प्रतिशत बढ़ा है और स्वास्थ्य में काफी सुधार आया है । यह सब आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं के प्रयासों से ही संभव हो सका है। इसीलिए सरकार को इनके मानदेय में भी जल्द वृद्धि करनी चाहिए।

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