शुगर के मरीज आज ही बना लें मैदे से बनी इन चीजों से दूरी, बढ़ा सकती हैं ब्लड शुगर
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें खान-पान का ध्यान नहीं रखा जाए तो ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ सकता है। डायबिटीज को कंट्रोल नहीं रखा जाए तो बॉडी में कई तरह की बीमारियां परेशान करने लगती है। साइलेंट किलर के नाम से जानी जाने वाली इस बीमारी का असर दिल, आंखों और किडनी पर भी देखने को मिलता है। खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की खराबी की वजह से पनपने वाली इस बीमारी ने कम उम्र में भी लोगों को अपना शिकार बना लिया है। बच्चे भी अब इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं।डायबिटीज के मरीज़ों के लिए मैदा का सेवन शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है। मैदा से तैयार फूड जैसे सफेद ब्रेड, पास्ता और दूसरी स्टार्च वाली चीजों में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है जिससे ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ सकता है।
मैदा का सेवन किस तरह नुकसानदायक है: मैदा गेहूं के आटे का सबसे परिष्कृत रूप है। मैदा बनाने की पूरी प्रक्रिया ऐसी है कि जिसमें कई जरूरी पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। ब्लीच और रसायन होने के कारण इसका रंग सफेद होता हैं। मैदा में मौजूद ब्लीचिंग एजेंट डायबिटीज के मरीज़ों के स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक होता है। जब मैदा तैयार किया जा रहा होता है, तो गेहूं से लगभग 97 प्रतिशत रेशे नष्ट हो जाते हैं और इस प्रकार मैदे के आटे में पोषक तत्व कम रह जाते हैं जो शुगर के मरीजों के लिए नुकसानदायक है।
सफेद फूड्स का करें सीमित सेवन: जिन लोगों को डायबिटीज है ऐसे लोग अपनी डाइट में सफेद फूड जैसे चीनी, सफेद आटा और मैदा का सेवन कम करें। डायबिटीज के मरीज सफेद फूड का सेवन सोच समझकर करें, इनका रंग सफेद होता है इसलिए इनका सोच-समझकर सेवन नहीं करना चाहिए बल्कि इसलिए क्योंकि इसमें हाई कार्बोहाइड्रेट और कम पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
चावल से रहें दूर: डायबिटीज के मरीजों के लिए सफेद चावल का सेवन नुकसान पहुंचा सकता है। चावल का हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स डायबिटीज के मरीजों का शुगर लेवल बढ़ा सकता है।
पास्ता से भी बनाएं दूरी: पास्ता का अधिक सेवन ना सिर्फ डायबिटीज के मरीजों को नुकसान पहुंचा सकता है बल्कि तंदरुस्त आदमी को भी डायबिटीज का शिकार बना सकता है। पास्ता को बनाने के लिए उसमें सॉस, क्रीम और पनीर का इस्तेमाल किया जाता है, ये सभी चीजें ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ाने में जिम्मेदार हैं।