विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना विद्यालय का महत्वपूर्ण उद्देश्य, केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-एक रूड़की में स्वागत समारोह का आयोजन
रुड़की । केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-एक रूड़की में बाल वाटिका में प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों का उत्साह पूर्वक स्वागत किया गया। नवागंतुकों के स्वागत हेतु विद्यालय को रंगबिरंगे गुब्बारों और कागजों से सजाया गया। इस अभिविन्यास कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर तथा नन्हे मुन्ने बच्चों के स्वागत गीत-नृत्य से हुआ। तत्पश्चात नन्हे मुन्ने बच्चे तथा उनके अभिभावकों को संबोधित करते हुए प्राचार्य चन्द्र शेखर बिष्ट ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार केन्द्रीय विद्यालयों में बालवाटिका की शुरुआत की गयी है। ये विद्यार्थी अगले वर्ष कक्षा एक में जायेंगे| इन विद्यार्थियों को खेल खेल में अलग अलग गतिविधियों से सीखने की प्रक्रिया से अवगत कराया जायेगा। प्राचार्य महोदय ने सभी अभिभावक गणों को विद्यालय परिवार एवं उसकी संरचना के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों के साथ शुरुआत में शिक्षकों के साथ अभिभावकों का भी सहयोग होना अत्यंत जरुरी है, तभी वो विद्यालय के वातावरण तथा पढने-लिखने से परिचित हो पाएंगे और सीखने में रूचि उत्पन्न होगी । उप प्राचार्या अंजू सिंह ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए केंद्रीय विद्यालय संगठन तथा इसकी कार्यप्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी। विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना ही हमारे विद्यालय का महत्वपूर्ण उद्द्येश्य है और इसे प्राप्त करने के लिए अभिभावकों का सहयोग अति आवश्यक है। अभिभावक बच्चों से विद्यालय की हर एक गतिविधियों के बारे में रूचि पूर्वक बात करें, जिससे कि बच्चों के सीखने की प्रक्रिया को सुगम और ग्राह्य बनाया जा सके। प्राथमिक अध्यापिका रितु बत्रा ने बालवाटिका कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी तथा रूपरेखा से उनके अभिभावकों को परिचित कराया । इसके बाद कार्यवाहक मुख्य अध्यापक अमरीश कुमार की तरफ से सभी को धन्यवाद ज्ञापन दिया गया तथा बच्चों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी गयी। कार्यक्रम के अंत में बच्चों को विद्यालय की तरफ से शुभकामनाओं के साथ पढने-लिखने की सामग्री और उपहार भी दिए गए। कार्यक्रम का सञ्चालन प्राथमिक अध्यापिका राखी दायमा ने किया।