धर्मनगरी में धूमधाम से मनाया गया लोहड़ी पर्व, भांगड़ा पर थिरके लोग, एकदूसरे को दी बधाइयां खिलाईं मक्का खील, रेवड़ी, मूंगफली
हरिद्वार । धर्मनगरी में लोहड़ी पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। चंद्राचार्य चौक, ज्वालापुर के कटहरा बाजार, चौक बाजार, हरिद्वार बस स्टैण्ड, टैक्सी स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन गेट, शिवमूर्ति, बाल्मिीकि चैक, विष्णु घाट, हरकी पैड़ी, भीमगोड़ा, भूपतवाला, कनखल चैक बाजार, भेल आदि में लोहड़ी जलाई गयी। लोहड़ी दहन के पश्चात मूंगफली, रेवड़ी, गजक, तिल के लड्डू आदि का प्रसाद वितरित किया गया। लोहड़ी दहन के पश्चात डीजे व ढोल नगाड़ों की धुन पर युवाओं ने जमकर भंगड़ा किया। लोहड़ी पर्व को लेकर बाजारों में चहल पहल दिखी। सड़कों पर जगह-जगह मूंगफली, रेवड़ी, गजक आदि दुकाने सजी रही। पर्व मनाने के बदलते तौर तरीकों के तहत लोग रेस्टोरेंट व होटलों में भी लोहड़ी मनाने पहुंचे। मुख्यतौर पर पंजाब में मनाया जाने वाली लोहड़ी लोकप्रिय पर्व बन गया है। उत्तर भारत के लगभग सभी शहरों में लोहड़ी मनायी जाती है। धर्मनगरी हरिद्वार में भी लोहड़ी की धूम रही। युवाओं व बच्चों ने पर्व का खूब आनन्द उठाया। गली मौहल्लों में भी लोहड़ी जलायी गयी। डीजे व ढोल की थाप पर युवा देर रात तक थिरकते रहे। न्यू हरिद्वार चंद्राचार्य चौक व्यापार मंडल के व्यापारियों ने सृष्टि काॅम्पलेक्स में धूमधाम से लोहड़ी मनायी। लोहड़ी दहन के पश्चात सभी ने एक दूसरे को बधाई दी। अध्यक्ष मृदुल कौशिक ने कहा कि लोहड़ी खुशीयों का पर्व है। सभी मिलजुल कर प्रेम पूर्वक पर्व को मनाना चाहिए। इससे समाज में समृद्धि आती है और आपसी भाईचारा बढ़ता है। कोषाध्यक्ष सुनील गुलाटी ने कहा कि लोहड़ी केवल पंजाबियों का ही नहीं बल्कि समाज के हर वर्ग का त्यौहार बन गया है। सभी लोग आपसी भाईचारे के साथ लोहड़ी मनाते हैं।जिससे समाज में समरसता का वातावरण बनता है। इस दौरान उपाध्यक्ष अनूप सिंह सिद्धू, योगेश वाधवा, अजय कुमार, विमल मल्होत्रा, बृजराज खरे, दीपक अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, मुनीष गर्ग, सतनाम भाटिया, संजय पटुवर, सुरेंद्र अग्रवाल, संजीव विर्दी, पवन दुबे, दीपांकर चक्रपाणी, संजय द्विवेदी, पीयूष मेहता, मनीष सचदेवा, जलालुद्दीन, प्रेम थापा, हेमन्त मेहरवाल, धर्मेन्द्र मिगलानी, जगदीश लाल पाहवा, डा.यतीन्द्र नागयान, डा.विकास दीक्षित, पंकज अहलूवालिया, संजीव शर्मा, योगेश कुमार, नितिन शर्मा, राहुल गोयल, काका सरदार आदि व्यापारी मौजूद रहे।