झोपड़ी में लटका मिला फैक्टरी के स्टोर इंजार्च का शव, शादी के दस दिन बाद गायब हो गया था युवक, 2.20 लाख रुपये के गबन का था मुकदमा दर्ज
काशीपुर। शादी के दस दिन बाद गायब हुए युवक का शव 29 दिन बाद बांसखेड़ाखुर्द में हाइवे किनारे स्थित एक झोंपड़ी में लटका मिला। फैक्टरी प्रबंधन ने उस पर 2.20 लाख रुपये के गबन का मुकदमा दर्ज कराया था। इसी फैक्टरी में युवक स्टोर इंचार्ज था। मौके से पुलिस को मिले सुसाइड नोट में उसने फैक्टरी के कुछ अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। वार्ड नंबर 40 कचनालगाजी निवासी खलील अहमद का सबसे छोटा बेटा फिरोज आलम (24) महुआखेड़ागंज की मिर्जा इंटरनेशनल में स्टोर इंचार्ज था। बीते 11 नवंबर को उसका निकाह स्वार (रामपुर) निवासी सईद अहमद की बेटी रानी से हुआ था। फैक्टरी प्रबंधन ने फिरोज पर 2.20 लाख के गबन का आरोप लगाया तो पूछताछ के लिए बुलाने पर 22 नवंबर को वह गायब हो गया। खलेरे भाई रईस अहमद ने 27 नवंबर को काशीपुर कोतवाली में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इधर, फैक्टरी प्रबंधन की तहरीर पर आईटीआई थाने में सात दिसंबर को फिरोज के खिलाफ गबन का मुकदमा दर्ज हो गया। गिन्नीखेड़ा के प्रधानपति ने पुलिस को हाईवे के किनारे बलविंदर सिंह की फैक्टरी के सामने झोंपड़ी में एक युवक का शव लटके होने की सूचना दी। पैगा चौकी प्रभारी अमित शर्मा ने शव का पोस्टमार्टम कराया। शव 24 से 48 घंटे पुराना बताया गया है। मौके से छह पेज का सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें फैक्टरी के दो अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है। खबर लिखे जाने तक मुकदमा दर्ज नहीं हो सका है। फिरोज के परिवार में पिता खालिक, तीन भाई कमरुल, इस्लाम, सोनू और एक बहन आयशा नूरी है। घटना को लेकर परिजन दुखी है।