उत्तराखंड कांग्रेस भी पंजाब कांग्रेस की राह पर, यहां भी कोई कैप्टन अमरेंद्र सिंह पैदा हो सकता है
देहरादून । उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधान सभा चुनाव से पहले कांग्रेस में खलबली मच गयी है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने बुधवार दोपहर को अचानक एक के बाद एक कई ऐसे ट्वीट किए जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में इसके चर्चे हो रहे है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के ट्वीट पर मचे सियासी तूफान के बीच भाजपा ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया है। पार्टी ने कहा कि उत्तराखंड कांग्रेस भी पंजाब कांग्रेस की राह पर है। उत्तराखंड में भी कोई कैप्टन अमरेंद्र सिंह पैदा हो सकता है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कांग्रेस की गुटबंदी पर चुटकी ली कि वहां पिछले पांच साल में 11 विधायक रहे और 10 गुट। हालांकि बाद में उन्होंने यह भी कहा कि यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। बकौल कौशिक, विधानसभा के बाहर विपक्ष का काम होता है जनता की आवाज उठाना, लेकिन विपक्ष पांच साल तक उस मोर्चे पर नदारद रहा। कौशिक ने कहा कि एक जिम्मेदार विपक्ष के तौर पर कांग्रेस की भूमिका नगण्य रही। कांग्रेस केवल एक ही लड़ाई लड़ रही है कि वहां नेता कौन बनेगा, नेतृत्व कौन करेगा। जनता से उनका कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस के बड़े नेता ने जो हालात आज बयान किए हैं, वह सच्चाई कांग्रेस के धरातल पर है। सदन के अंदर जब नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश थीं, तब कांग्रेस में उनकी कोई नहीं सुनता था। बाहर प्रीतम सिंह अध्यक्ष थे, वहां भी पार्टी में उनकी कोई सुनता था। कांग्रेस के हालात ऐसे हो गए हैं कि वहां कोई एक-दूसरे की नहीं सुनता। कौशिक कहते हैं, जनता का कांग्रेस पर से विश्वास उठ गया है, न विश्वास वाली कोई स्थिति अब बची है। विपक्ष के तौर पर कांग्रेस पूरी तरह से फेल है। आज चुनाव दृष्टि से भाजपा जनता के आशीर्वाद के लिए जा रही है।