गन्ना आयुक्त ने आपदा से नष्ट हुई ईख की फसल का जायजा लिया
रुड़की । आज गन्ना आयुक्त,उत्तराखण्ड हंसादत्त पाण्डे ने मंगलौर परिक्षेत्र के गांव दहियाकी, मंडावली,बुड़पुर, मोहम्मदपुर, नारसन, टिकोला, गोकलपुर, लखनौता, रामनगर,उद्दलहेड़ी आदि गाँव में अत्यधिक वर्षा से ख़राब हुई गन्ने की फसल का मौके पर जाकर जायजा लिया। क्षेत्र के गन्ना किसानों ने मौके पर ही अपनी समस्या गन्ना आयुक्त को बताई, गन्ना आयुक्त ने सभी किसानों की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करने का आश्वासन दिया। इस मौक़े पर गन्ना आयुक्त हंसादत्त पाण्डे ने कहा कि अधिक वर्षा होने के कारण गन्ने की फसल को जो नुकसान हुआ है।
उसका सर्वे कराया जा रहा है तथा गन्ना विभाग के अधिकारी लगातार मौके जाकर उसका निरिक्षण भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी को देखने के लिए उन्होंने भी यहाँ दौरा किया है। जिससे कि वह जमीनी हकीकत जान सकें और उसका निवारण कर सकें। उन्होंने कहा कि वह हरसंभव प्रयास करेंगे कि किसानों की गन्ने की ख़राब हुई फसल का उचित मुआवजा उन्हें मिल सके। इसके बाद गन्ना आयुक्त ने गन्ना समिति लिब्बरहेड़ी पहुँचकर अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सर्वे निश्चित रूप से पारदर्शिता से होना चाहिए अन्यथा सम्बंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। इस अवसर पर गन्ना समिति लिब्बरहेड़ी के अध्यक्ष प्रतिनिधि सुशील राठी, गन्ना परिषद के अध्यक्ष ब्रजपाल सिंह, उत्तम चीनी मिल के महाप्रबंधक लोकेन्द्र लाम्बा, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरिक्षक गौतम नेगी, सचिव अनन्त सिंह, बीरेंद्र चौधरी, राकेश वर्मा, अनिल सिंह, सतेंद्र सहरावत, रीना नौलिया, जनवीर राणा, बालेन्द्र सिंह एवं समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।