ठंड चरम पर लेकिन लोगों पर चढ़ा विधानसभा चुनाव का खुमार, चाय की दुकान से लेकर पान के खोखे तक चुनावी चर्चाएं तेज, ग्रामीण क्षेत्रों की दुकानों पर बातों-बातों में छिड़ने लगा वाकयुद्ध
रुड़की । इंटरनेट मीडिया पर विधानसभा चुनाव को लेकर ताबड़तोड़ पोस्ट डाली जाने लगी है। बकायदा दलों ने ग्रुप भी बना दिए हैं। उनके माध्यम से पार्टी का जमकर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। चाय की दुकान से लेकर पान के खोखे तक विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की दुकानों पर भी आगामी चुनाव को लेकर बातों-बातों में वाकयुद्ध भी छिडऩे लगा है। कार्यकर्ताओं की फौज दलों ने गांव-गांव में खड़ी कर दी है। चुनाव को लेकर पैसा आदि बंटने और बंटवाने की बात भी होने लगी है। लेकिन कुछ लोगों की जुबान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि सबसे अलग उभर रही है। देश के लिए कुछ लोग मोदी को वोट करने की बात कर रहे हैं, तो कुछ अन्य दलों को आगे लाने के लिए तत्पर दिख रहे हैं। कुल मिलाकर ठंड में राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। अलबत्ता अभी चुनाव को लेकर आचार संहिता और प्रत्याशियों की घोषणा होनी बाकी है।
ठंड चरम पर है, लेकिन विधानसभा चुनाव का खुमार भी चढऩे लगा है। विधायक विकास कार्यों का लोकापर्ण, शिलान्यास में जुटे हुए हैं। सड़कों का जाल बिछाने का दावा किया जा रहा है। वहीं, अन्य दलों के संभावित प्रत्याशी मुद्दों को खोजने में लगे हैं। विधायकों की एक भी चूक उन्हें बड़ा मुद्दा दिखाई दे रहा है। पुतला फूंकना, धरना देना और आंदोलन की चेतावनी देना आम बात हो गई है। विधानसभा चुनाव को अभी आचार संहिता लगनी है। भाजपा, कांग्रेस, आप और बसपा सरीखे पार्टियों के उम्मीदवार घोषित होने हैं। लेकिन गांव से लेकर शहर तक की दुकानों पर चुनाव पर चर्चा होने लगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा एक बार फिर लोगों की आंखों पर उबर कर आ रहा है। महंगाई, बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दे फिर गायब होने लगे हैं। बड़े-बड़े वायदों पर चुनावी नैया को पार लगाने की भरपूर कोशिशें की जा रही हैं।